Possible Types of Attacks in Cryptography Explained in Hindi & English | क्रिप्टोग्राफी में संभावित हमलों के प्रकार (Complete Notes for Data Science & Information Security Students)


क्रिप्टोग्राफी में संभावित हमलों के प्रकार (Possible Types of Attacks in Cryptography)

परिचय:

क्रिप्टोग्राफी (Cryptography) का मुख्य उद्देश्य डेटा को सुरक्षित रखना है, लेकिन कोई भी सुरक्षा प्रणाली पूरी तरह अभेद्य नहीं होती। साइबर हमलावर (Hackers) लगातार नई तकनीकों का उपयोग करके क्रिप्टोग्राफिक सिस्टम को तोड़ने का प्रयास करते हैं। इन प्रयासों को क्रिप्टोग्राफिक अटैक (Cryptographic Attacks) कहा जाता है।

इन हमलों का लक्ष्य होता है — किसी एन्क्रिप्टेड संदेश से कुंजी (Key) या मूल संदेश (Plain Text) को बिना अनुमति प्राप्त करना। इनकी समझ क्रिप्टोग्राफिक सिस्टम की मजबूती का आकलन करने और सुरक्षा सुधारने के लिए अत्यंत आवश्यक है।

हमलों के प्रकार:

क्रिप्टोग्राफिक अटैक मुख्य रूप से दो श्रेणियों में बाँटे जा सकते हैं:

  • 1. Passive Attacks (निष्क्रिय हमले): इनमें हमलावर केवल डेटा को सुनता या देखता है, लेकिन उसे बदलता नहीं।
  • 2. Active Attacks (सक्रिय हमले): इनमें हमलावर डेटा को संशोधित करता है या नेटवर्क में हस्तक्षेप करता है।

1. Ciphertext-Only Attack (सिर्फ कूट पाठ पर आधारित हमला):

इस प्रकार के हमले में हमलावर के पास केवल Cipher Text होता है और वह इसी के आधार पर Plain Text या Key का अनुमान लगाने की कोशिश करता है।

  • उदाहरण: Frequency Analysis, Pattern Matching।
  • रक्षा उपाय: जटिल एल्गोरिद्म और लंबी कुंजियाँ।

2. Known-Plaintext Attack (ज्ञात साधारण पाठ हमला):

हमलावर के पास Cipher Text के साथ कुछ हिस्से का Plain Text भी होता है। वह इन दोनों की तुलना करके एन्क्रिप्शन की कुंजी का अनुमान लगाने की कोशिश करता है।

  • उदाहरण: ऐतिहासिक सैन्य संचार में उपयोग किया गया।
  • रक्षा उपाय: Key Rotation और Randomization।

3. Chosen-Plaintext Attack (चयनित साधारण पाठ हमला):

हमलावर कुछ विशेष Plain Text का चयन करके उसे एन्क्रिप्ट कराता है और उसके Cipher Text का विश्लेषण करता है ताकि एल्गोरिद्म के पैटर्न को समझ सके।

  • उदाहरण: RSA एल्गोरिद्म में Padding Oracle Attacks।
  • रक्षा उपाय: Padding Techniques और Secure Protocols।

4. Chosen-Ciphertext Attack (चयनित कूट पाठ हमला):

हमलावर कुछ Cipher Text को डिक्रिप्ट करने की कोशिश करता है ताकि Key या Algorithm के व्यवहार को समझ सके।

  • उदाहरण: Adaptive Chosen Ciphertext Attack (CCA2)।
  • रक्षा उपाय: AES-GCM जैसे आधुनिक एन्क्रिप्शन मोड।

5. Man-in-the-Middle Attack (बीच में व्यक्ति द्वारा हमला):

इसमें हमलावर दो पक्षों के बीच संचार में प्रवेश करके डेटा को पढ़ या संशोधित करता है। यह नेटवर्क अटैक का सबसे सामान्य उदाहरण है।

  • उदाहरण: HTTPS या SSL सत्रों पर हमला।
  • रक्षा उपाय: Public Key Infrastructure (PKI) और SSL Certificates।

6. Brute Force Attack (बलपूर्वक हमला):

इस हमले में हमलावर हर संभव कुंजी को एक-एक करके आज़माता है जब तक सही कुंजी न मिल जाए।

  • उदाहरण: DES को Brute Force से तोड़ा गया था।
  • रक्षा उपाय: बड़ी Key Size और AES जैसे एल्गोरिद्म।

7. Side-Channel Attack (साइड चैनल हमला):

इस प्रकार का हमला गणितीय विश्लेषण की बजाय सिस्टम के भौतिक व्यवहार (जैसे समय, बिजली खपत, तापमान) पर आधारित होता है।

  • उदाहरण: Timing Attack, Power Analysis Attack।
  • रक्षा उपाय: Constant-Time Computations और Noise Addition।

8. Replay Attack (रीप्ले हमला):

इस हमले में हमलावर किसी पुराने वैध डेटा पैकेट को पुनः भेजकर सिस्टम को भ्रमित करता है।

  • उदाहरण: Authentication Tokens की पुनः प्रस्तुति।
  • रक्षा उपाय: Timestamps और Nonce Values।

9. Differential Cryptanalysis (अंतर विश्लेषण हमला):

यह एक विश्लेषण आधारित हमला है जिसमें हमलावर दो समान Plain Texts के Cipher Texts का अंतर निकालकर Key Structure का अनुमान लगाने की कोशिश करता है।

10. Dictionary Attack (डिक्शनरी आधारित हमला):

इसमें हमलावर सामान्य पासवर्ड्स की सूची (Dictionary) का उपयोग करता है ताकि कुंजी या पासवर्ड का अनुमान लगाया जा सके।

  • रक्षा उपाय: Strong Password Policy और Multi-Factor Authentication।

11. Birthday Attack (बर्थडे अटैक):

यह Hash Function पर आधारित हमला है। हमलावर दो अलग-अलग इनपुट्स खोजने की कोशिश करता है जिनका आउटपुट समान Hash हो (Collision)।

  • रक्षा उपाय: SHA-256 जैसे मजबूत Hash Functions।

निष्कर्ष:

क्रिप्टोग्राफी में हमलों की समझ उतनी ही जरूरी है जितनी एन्क्रिप्शन एल्गोरिद्म की। एक मजबूत सुरक्षा प्रणाली वही है जो इन सभी संभावित हमलों के प्रति प्रतिरोधी (Resistant) हो। आधुनिक सुरक्षा तंत्र जैसे AES, RSA, ECC, और Blockchain इन हमलों को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किए गए हैं।

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