Border Gateway Protocol (BGP): Concept of Hidden Network and Autonomous System | बीजीपी प्रोटोकॉल और स्वायत्त प्रणाली की अवधारणा
बीजीपी प्रोटोकॉल (Border Gateway Protocol): हिडन नेटवर्क और स्वायत्त प्रणाली (Autonomous System) की अवधारणा
परिचय (Introduction)
इंटरनेट एक विशाल नेटवर्क है जो लाखों छोटे नेटवर्क्स (Autonomous Systems - AS) से मिलकर बना है। इन नेटवर्क्स के बीच डेटा रूटिंग का कार्य Border Gateway Protocol (BGP) द्वारा किया जाता है। BGP इंटरनेट का “Backbone Routing Protocol” कहलाता है क्योंकि यह अलग-अलग संगठनों, ISPs और डेटा सेंटर्स के बीच पैकेट्स को रूट करने में मदद करता है।
BGP क्या है? (What is BGP?)
BGP (Border Gateway Protocol) एक Exterior Gateway Protocol (EGP) है जो विभिन्न Autonomous Systems के बीच Routing जानकारी साझा करता है। यह Path Vector Protocol की श्रेणी में आता है और TCP Port 179 पर कार्य करता है।
BGP का उद्देश्य (Purpose of BGP)
- विभिन्न Autonomous Systems के बीच रूटिंग जानकारी का आदान-प्रदान।
- Internet Backbone Routing को नियंत्रित करना।
- नेटवर्क नीतियों और प्राथमिकताओं को लागू करना।
- लंबे और स्थिर रूट चयन करना।
Autonomous System (AS) क्या है?
Autonomous System (AS) एक संगठन या नेटवर्क का समूह है जो एक ही रूटिंग नीति के अंतर्गत कार्य करता है। प्रत्येक AS का एक यूनिक नंबर होता है जिसे ASN (Autonomous System Number) कहा जाता है।
AS की विशेषताएँ
- प्रत्येक AS को Internet Assigned Numbers Authority (IANA) द्वारा ASN प्रदान किया जाता है।
- एक AS अपने आंतरिक रूटिंग प्रोटोकॉल (जैसे OSPF, RIP) का उपयोग कर सकता है।
- ASes के बीच BGP का उपयोग होता है।
AS के प्रकार (Types of Autonomous Systems)
- Stub AS: केवल एक अन्य AS से जुड़ा होता है।
- Multihomed AS: कई AS से जुड़ा होता है लेकिन ट्रांजिट ट्रैफिक की अनुमति नहीं देता।
- Transit AS: कई AS से जुड़ा होता है और अन्य AS के ट्रैफिक को भी फॉरवर्ड करता है।
BGP में हिडन नेटवर्क की अवधारणा (Concept of Hidden Network)
कभी-कभी नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर कुछ नेटवर्क्स को बाहरी रूटिंग से छिपाना चाहते हैं। यह सुरक्षा, नीति या इंफ्रास्ट्रक्चर कारणों से किया जाता है। ऐसे नेटवर्क्स को “Hidden Networks” कहा जाता है।
Hidden Network के उदाहरण
- Internal Servers जिन्हें केवल संगठन के भीतर एक्सेस किया जा सकता है।
- Private IP रेंज (जैसे 10.x.x.x, 192.168.x.x)।
- Testing या Development नेटवर्क जो सार्वजनिक रूटिंग में नहीं जाते।
BGP के मुख्य घटक (Key Components of BGP)
- Peers (Neighbors): दो राउटर जो BGP से जुड़े होते हैं।
- Path Vector: वह रूटिंग जानकारी जो प्रत्येक AS के पथ को दर्शाती है।
- Routing Table: विभिन्न गंतव्यों तक पहुँचने के रास्तों की जानकारी।
- Policy: नेटवर्क ट्रैफिक नियंत्रण के लिए निर्धारित नियम।
BGP का कार्य सिद्धांत (Working of BGP)
BGP राउटर्स TCP के माध्यम से एक-दूसरे से कनेक्ट होकर रूटिंग जानकारी का आदान-प्रदान करते हैं। प्रत्येक राउटर अपने नेटवर्क के मार्ग (Paths) की घोषणा करता है और अन्य राउटर्स उन्हें सीखते हैं।
BGP रूट चयन प्रक्रिया
- Shortest AS Path का चयन।
- Lowest Origin Type Preference।
- Minimum MED (Multi Exit Discriminator) वैल्यू।
- eBGP को iBGP से प्राथमिकता।
- Lowest Router ID।
BGP के प्रकार (Types of BGP)
- External BGP (eBGP): दो अलग-अलग AS के बीच संचार के लिए।
- Internal BGP (iBGP): एक ही AS के भीतर BGP से जुड़े राउटर्स के लिए।
BGP संदेश प्रकार (BGP Message Types)
BGP राउटर आपस में संचार के लिए पाँच प्रकार के संदेशों का उपयोग करते हैं:
| Message Type | Description |
|---|---|
| Open | दो BGP राउटर्स के बीच कनेक्शन स्थापित करता है। |
| Update | नए रूट की घोषणा या पुराने रूट को हटाना। |
| Notification | त्रुटियों की सूचना देता है और कनेक्शन समाप्त करता है। |
| Keepalive | कनेक्शन को सक्रिय बनाए रखता है। |
| Route Refresh | पूर्ण टेबल पुनः प्राप्त करता है बिना सेशन तोड़े। |
BGP Attributes (गुण)
- AS Path: गंतव्य तक पहुँचने वाले AS की सूची।
- Next Hop: अगला राउटर।
- Local Preference: रूट चयन प्राथमिकता।
- MED: एक AS से बाहर निकलने के लिए सर्वोत्तम मार्ग।
- Origin: रूट का स्रोत (IGP, EGP, Incomplete)।
BGP के लाभ (Advantages)
- स्केलेबल और स्थिर रूटिंग।
- नीति-आधारित रूट चयन।
- विस्तृत नियंत्रण और फ़िल्टरिंग क्षमता।
- लूप फ्री रूटिंग।
BGP की सीमाएँ (Limitations)
- कॉन्फ़िगरेशन जटिल।
- कन्वर्जेंस धीमी।
- अधिक CPU और मेमोरी उपयोग।
उदाहरण (Example)
RouterA (AS100) ---- BGP ---- RouterB (AS200)
RouterA अपनी रूट्स AS100 की पहचान के साथ RouterB को भेजता है। RouterB इस रूट को AS Path [AS100] के साथ अन्य AS को प्रचारित करता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
BGP इंटरनेट का सबसे महत्वपूर्ण रूटिंग प्रोटोकॉल है। यह Autonomous Systems के बीच स्थिर और नीति-आधारित रूटिंग सुनिश्चित करता है। Hidden Networks और AS की अवधारणा को समझना नेटवर्क इंजीनियरिंग और Wireless Computing के छात्रों के लिए आवश्यक है।
Related Post
- Review of LAN, MAN, WAN, Intranet and Internet | लोकल, मेट्रोपोलिटन और वाइड एरिया नेटवर्क का परिचय
- Interconnectivity Devices – Bridges, Routers, and More | नेटवर्क इंटरकनेक्टिविटी डिवाइसेस – ब्रिज, राउटर और अन्य उपकरण
- Review of TCP/IP Protocol Architecture | TCP/IP प्रोटोकॉल आर्किटेक्चर की समीक्षा
- ARP and RARP Protocols | एड्रेस रेज़ोल्यूशन प्रोटोकॉल (ARP) और रिवर्स एड्रेस रेज़ोल्यूशन प्रोटोकॉल (RARP)
- IP Addressing | IP एड्रेसिंग और उसका वर्गीकरण (IPv4 और IPv6 सहित)
- IP Datagram Format and Its Delivery | IP डेटाग्राम प्रारूप और उसका वितरण
- Routing Table Format and Its Working | रूटिंग टेबल का प्रारूप और कार्यप्रणाली
- ICMP Messages | इंटरनेट कंट्रोल मैसेज प्रोटोकॉल (ICMP) संदेश और उनके प्रकार
- Subnetting, Supernetting, and CIDR | सबनेटिंग, सुपरनेटिंग और CIDR (Classless Inter-Domain Routing)
- Domain Name System (DNS) | डोमेन नेम सिस्टम और उसका कार्य सिद्धांत
- Network Address Translation (NAT): Private Addressing, SNAT, DNAT, and Firewalls | नेटवर्क एड्रेस ट्रांसलेशन और इसके प्रकार
- Virtual LANs (VLANs): Concepts, Comparison with Real LANs, Types, and Tagging | वर्चुअल LAN की अवधारणा और प्रकार
- IPv6: Address Structure, Address Space, and Header | IPv6 एड्रेस संरचना और हेडर फॉर्मेट
- Border Gateway Protocol (BGP): Concept of Hidden Network and Autonomous System | बीजीपी प्रोटोकॉल और स्वायत्त प्रणाली की अवधारणा
- Interior Gateway Protocols: RIP and OSPF | इंटरियर गेटवे प्रोटोकॉल – RIP और OSPF की कार्यप्रणाली
- Multiplexing and Ports | मल्टीप्लेक्सिंग और पोर्ट्स की अवधारणा
- TCP: Segment Format, Sockets, Synchronization, and Three-Way Handshaking | TCP सेगमेंट फॉर्मेट, सॉकेट्स और थ्री-वे हैंडशेकिंग
- TCP Flow Control: Variable Window Size, Timeout, and Retransmission Algorithms | TCP फ्लो कंट्रोल, विंडो साइज और री-ट्रांसमिशन एल्गोरिद्म
- TCP Connection Control and Silly Window Syndrome | TCP कनेक्शन नियंत्रण और सिली विंडो सिंड्रोम
- TCP Versions: Tahoe, Reno, and SACK | TCP के संस्करण – Tahoe, Reno और SACK की कार्यप्रणाली
- UDP: Message Encapsulation, Format, and Pseudo Header | UDP संदेश संकुलन, फॉर्मेट और स्यूडो हेडर
- Transmission Medium for WLANs | वायरलेस LANs के लिए ट्रांसमिशन माध्यम
- MAC Problems: Hidden and Exposed Terminals, Near and Far Terminals | MAC समस्याएँ – हिडन और एक्सपोज़्ड टर्मिनल्स
- Infrastructure and Ad Hoc Networks | इन्फ्रास्ट्रक्चर और ऐड-हॉक नेटवर्क्स
- IEEE 802.11 Architecture and Protocols | IEEE 802.11 प्रणाली और प्रोटोकॉल आर्किटेक्चर
- Physical Layer and Spread Spectrum Concepts | फिजिकल लेयर और स्प्रेड स्पेक्ट्रम की अवधारणा
- MAC Layer Management and Power Management in WLAN | WLAN में MAC प्रबंधन और पावर मैनेजमेंट
- WLAN Security | WLAN की सुरक्षा प्रणाली
- Mobile IP: Unsuitability of Traditional IP, Goals, and Terminology | मोबाइल IP और पारंपरिक IP की सीमाएँ
- Mobile IP: Agent Advertisement, Discovery, Registration, and Tunneling | मोबाइल IP की कार्यप्रणाली, एजेंट एडवर्टाइजमेंट, डिस्कवरी, रजिस्ट्रेशन और टनलिंग तकनीक
- Ad Hoc Network Routing vs Traditional IP Routing | ऐड-हॉक नेटवर्क रूटिंग बनाम पारंपरिक IP रूटिंग
- Types of Ad Hoc Routing Protocols | ऐड-हॉक रूटिंग प्रोटोकॉल्स के प्रकार
- Examples of Ad Hoc Routing Protocols: AODV, DSDV, DSR, ZRP | ऐड-हॉक रूटिंग प्रोटोकॉल्स के उदाहरण
- Unsuitability of Traditional TCP | पारंपरिक TCP की अनुपयुक्तता
- I-TCP (Indirect TCP) | अप्रत्यक्ष TCP
- Split TCP (S-TCP) in Wireless Networks | वायरलेस नेटवर्क में S-TCP (स्प्लिट TCP) क्या है?
- M-TCP (Mobile TCP) Explained | मोबाइल TCP क्या है और कैसे काम करता है?
- Cellular System in Wireless Communication | सेलुलर सिस्टम क्या है और कैसे काम करता है?
- Cellular Networks vs WLAN | सेलुलर नेटवर्क और WLAN में क्या अंतर है?
- GSM Services in Wireless Communication | जीएसएम की सेवाएँ और प्रकार
- GSM System Architecture Explained | जीएसएम सिस्टम आर्किटेक्चर का विस्तृत अध्ययन
- GSM Localization and Calling | जीएसएम में लोकेलाइजेशन और कॉलिंग कैसे काम करती है
- GSM Handover and Roaming | जीएसएम में हैंडओवर और रोमिंग क्या है और कैसे काम करती है
- Special Constraints & Requirements of Mobile Device Operating Systems | मोबाइल डिवाइस ऑपरेटिंग सिस्टम की विशेष बाधाएँ और आवश्यकताएँ
- Commercial Mobile Operating Systems | वाणिज्यिक मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम का विस्तृत अध्ययन
- Software Development Kit: iOS SDK | सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट – iOS SDK का विस्तृत अध्ययन
- Software Development Kit: Android SDK | सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट – Android SDK का विस्तृत अध्ययन
- M-Commerce Structure | एम-कॉमर्स की संरचना और कार्यप्रणाली
- M-Commerce Pros and Cons | एम-कॉमर्स के लाभ और हानियाँ
- M-Commerce: Mobile Payment System | एम-कॉमर्स में मोबाइल पेमेंट सिस्टम की संरचना और कार्यप्रणाली
- M-Commerce: Security Issues | एम-कॉमर्स में सुरक्षा संबंधी मुद्दे और समाधान