MLMA (Multilevel Multiaccess) Limited Contention Protocol in Computer Network in Hindi: परिभाषा, कार्य और उपयोग


MLMA (Multilevel Multiaccess) Limited Contention Protocol क्या है?

**MLMA (Multilevel Multiaccess) Limited Contention Protocol** एक **हाइब्रिड नेटवर्क एक्सेस कंट्रोल प्रोटोकॉल** है, जो **Collision-Based और Collision-Free तकनीकों** को जोड़कर **डेटा ट्रांसमिशन को अधिक कुशल और नियंत्रित** बनाता है। यह प्रोटोकॉल **लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) और वायरलेस नेटवर्क (Wi-Fi) में डेटा संचार को नियंत्रित करने के लिए** उपयोग किया जाता है।

MLMA Limited Contention Protocol की विशेषताएँ

  • यह **Limited Contention (सीमित प्रतिस्पर्धा) और मल्टीलेवल एक्सेस तकनीकों** को जोड़ता है।
  • नेटवर्क में **कम और अधिक ट्रैफिक दोनों स्थितियों में प्रभावी रूप से कार्य करता है**।
  • Collision होने की संभावना **CSMA जैसे प्रोटोकॉल की तुलना में कम होती है**।
  • यह **डेटा ट्रांसमिशन के लिए प्राथमिकता निर्धारित करने का एक तरीका प्रदान करता है**।
  • **LAN, वायरलेस नेटवर्क और हाई-ट्रैफिक नेटवर्किंग सिस्टम में उपयोग किया जाता है।**

MLMA Limited Contention Protocol की कार्यप्रणाली

इस प्रोटोकॉल में **डेटा ट्रांसमिशन के लिए एक हाइब्रिड तरीका अपनाया जाता है**, जिसमें दो मुख्य चरण होते हैं:

1. Low Traffic (कम ट्रैफिक) स्थिति

  • जब नेटवर्क में **कम ट्रैफिक होता है**, तो यह **ALOHA या CSMA जैसे Contention-Based तकनीकों का उपयोग करता है**।
  • नेटवर्क में कम ट्रैफिक होने पर, सभी डिवाइसेस स्वतंत्र रूप से डेटा भेज सकते हैं।
  • अगर नेटवर्क में ट्रैफिक बढ़ने लगता है, तो यह **Collision-Free तकनीकों पर स्विच कर जाता है**।

2. High Traffic (अधिक ट्रैफिक) स्थिति

  • जब नेटवर्क में ट्रैफिक बढ़ जाता है, तो यह **डेटा ट्रांसमिशन के लिए स्लॉटिंग (Time Slots) और ग्रुपिंग तकनीकों का उपयोग करता है**।
  • डिवाइसेस को समूहों में विभाजित किया जाता है, और उन्हें प्राथमिकता क्रम में डेटा ट्रांसमिट करने की अनुमति दी जाती है।
  • इस चरण में, यह प्रोटोकॉल **TDMA (Time Division Multiple Access) या Token Passing जैसी तकनीकों का उपयोग करता है**।
  • Collision-Free डेटा ट्रांसमिशन सुनिश्चित करने के लिए, एक **सेंटरलाइज़्ड कंट्रोल मैकेनिज्म** का उपयोग किया जाता है।

MLMA Limited Contention Protocol का उदाहरण

मान लीजिए कि **10 डिवाइसेस (A, B, C, D, E, F, G, H, I, J) का एक नेटवर्क है**:

डिवाइस डेटा ट्रांसमिट करने की स्थिति
A, B, C Low Traffic - Contention-Based (CSMA/ALOHA)
D, E, F, G, H Medium Traffic - Hybrid Method
I, J High Traffic - Token Passing/TDMA

इस स्थिति में:

  • कम ट्रैफिक होने पर A, B, और C **CSMA जैसे Contention-Based तरीकों से डेटा भेज सकते हैं**।
  • मध्यम ट्रैफिक होने पर D, E, और अन्य डिवाइसेस **Hybrid Access का उपयोग करेंगे**।
  • अत्यधिक ट्रैफिक के समय I और J **Token Passing या TDMA तकनीकों का उपयोग करेंगे**।

MLMA Limited Contention Protocol और अन्य MAC प्रोटोकॉल्स में अंतर

विशेषता MLMA Limited Contention CSMA/CD TDMA
Collision कम (हाइब्रिड तकनीक का उपयोग करता है) अधिक (Collision Detection आधारित) नहीं (पूर्व निर्धारित स्लॉट्स)
डेटा ट्रांसमिशन नियंत्रण मल्टीलेवल और ग्रुपिंग आधारित Contended Access Time Slots आधारित
उपयोग LAN, वायरलेस नेटवर्क, हाई ट्रैफिक नेटवर्क Ethernet, LAN मोबाइल नेटवर्क

MLMA Limited Contention Protocol के उपयोग

  • **Ethernet और Wi-Fi नेटवर्क में नेटवर्क ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए।**
  • **वायरलेस सेंसिंग नेटवर्क (WSN) में डेटा एक्सेस को अधिक प्रभावी बनाने के लिए।**
  • **लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) और वाइड एरिया नेटवर्क (WAN) में Collision-Free डेटा संचार के लिए।**

MLMA Limited Contention Protocol के लाभ

  • **नेटवर्क की वर्तमान स्थिति के अनुसार डेटा एक्सेस तकनीक को बदलने की अनुमति देता है।**
  • **डेटा ट्रांसमिशन में अधिक कुशलता और कम विलंबता (Low Latency) प्रदान करता है।**
  • **मध्यम और उच्च ट्रैफिक स्थितियों में प्रभावी रूप से कार्य करता है।**
  • **Collisions को सीमित करने के लिए ग्रुपिंग और प्राथमिकता-आधारित एक्सेस प्रदान करता है।**

MLMA Limited Contention Protocol की सीमाएँ

  • **नेटवर्क में समूहों का समुचित नियंत्रण आवश्यक होता है।**
  • **ट्रैफिक का गलत वर्गीकरण होने पर प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है।**
  • **वायर्ड नेटवर्क की तुलना में वायरलेस नेटवर्क में अधिक जटिल हो सकता है।**

निष्कर्ष

**MLMA (Multilevel Multiaccess) Limited Contention Protocol** एक **हाइब्रिड नेटवर्क एक्सेस प्रोटोकॉल** है, जो **Collision-Based और Collision-Free तकनीकों का संयोजन करता है**। यह प्रोटोकॉल **नेटवर्क ट्रैफिक के अनुसार MAC तकनीकों को बदलने की अनुमति देता है**, जिससे **डेटा ट्रांसमिशन अधिक कुशल और प्रभावी बनता है**। इसका उपयोग **Ethernet, Wi-Fi, LAN, और वायरलेस सेंसिंग नेटवर्क (WSN) में किया जाता है**।

Related Post