History of AI in Robotics in Hindi & English | रोबोटिक्स में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का इतिहास


रोबोटिक्स में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का इतिहास (History of AI in Robotics)

रोबोटिक्स और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) दो ऐसे क्षेत्र हैं जिन्होंने 20वीं शताब्दी में तकनीकी क्रांति की दिशा बदल दी। रोबोटिक्स ने मशीनों को गति और कार्य की क्षमता दी, जबकि AI ने उन्हें सोचने और निर्णय लेने की शक्ति प्रदान की। इन दोनों का समन्वय — यानी “AI in Robotics” — आधुनिक स्वचालित प्रणालियों की रीढ़ बन गया है।

प्रारंभिक दौर (Early Phase)

कृत्रिम बुद्धिमत्ता की अवधारणा 1950 के दशक में शुरू हुई जब वैज्ञानिक एलन ट्यूरिंग (Alan Turing) ने “Can Machines Think?” नामक प्रसिद्ध प्रश्न उठाया। इसी अवधि में, पहले औद्योगिक रोबोट जैसे Unimate (1959) विकसित किए गए, जो कार निर्माण में उपयोग किए जाते थे। हालांकि, ये रोबोट अभी तक ‘सोचने’ की क्षमता से रहित थे।

AI और Robotics का मिलन

1970–1980 के दशक में जब कंप्यूटर प्रोसेसिंग क्षमता बढ़ी, तब शोधकर्ताओं ने AI और रोबोटिक्स को एकीकृत करना शुरू किया। इस युग में Machine Vision Systems, Path Planning Algorithms और Rule-Based Control का विकास हुआ। इन तकनीकों ने रोबोट को केवल कार्य करने वाला ही नहीं बल्कि निर्णय लेने वाला बना दिया।

1990–2000: बुद्धिमान रोबोट का दौर

इस अवधि में AI आधारित निर्णय प्रणाली और रोबोटिक्स का एक नया युग आया। उदाहरण के लिए:

  • ASIMO (Honda): 2000 में बनाया गया यह मानवाकार रोबोट चलने, बोलने और वातावरण पहचानने में सक्षम था।
  • NASA के रोवर: मंगल ग्रह पर कार्य करने वाले स्वायत्त रोबोट, जो AI द्वारा संचालित थे।

2010 के बाद: डीप लर्निंग और स्वायत्त रोबोट

2010 के बाद AI ने मशीन लर्निंग (ML) और डीप लर्निंग (Deep Learning) की सहायता से रोबोटिक्स में अद्भुत परिवर्तन किए। अब रोबोट छवि पहचान (Image Recognition), भाषण समझ (Speech Understanding), और निर्णय लेने (Decision Making) में मानव जैसी दक्षता दिखा रहे हैं।

मुख्य ऐतिहासिक मील के पत्थर (Key Milestones)

वर्षघटना
1950Alan Turing का Turing Test
1959पहला औद्योगिक रोबोट Unimate
1980AI और Robotics का एकीकरण
2000ASIMO, बुद्धिमान मानवाकार रोबोट
2015+Deep Learning आधारित स्वायत्त रोबोट

AI in Robotics का महत्व

AI ने रोबोट्स को केवल यांत्रिक उपकरणों से बदलकर स्मार्ट निर्णय प्रणाली बना दिया है। अब रोबोट स्वयं वातावरण को पहचानते हैं, नई स्थितियों में अनुकूल होते हैं और स्वयं सीखते हैं।

निष्कर्ष

रोबोटिक्स में AI का इतिहास यह दर्शाता है कि कैसे विज्ञान ने मानव जैसी क्षमताओं को मशीनों में स्थानांतरित किया। यह यात्रा अभी समाप्त नहीं हुई है — भविष्य के रोबोट और भी अधिक स्वायत्त, बुद्धिमान और मानव-समान होंगे।

Related Post