Approach Area और Approach Surface क्या है? | Conical & Imaginary Surfaces in Hindi


Approach Area और Approach Surface क्या है? | Conical & Imaginary Surfaces in Hindi

Approach Area और Approach Surface हवाई अड्डे की obstacle limitation surfaces (OLS) का हिस्सा हैं जो विमान के लैंडिंग और टेकऑफ के समय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनाए जाते हैं। ये दोनों विमान के flight path के आसपास किसी भी अवरोध (obstruction) को सीमित करने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं ताकि विमान का safe approach और takeoff संभव हो सके।

Approach Area क्या है?

Approach Area वह क्षेत्र है जो runway threshold (runway की शुरुआत) से आगे की ओर फैला होता है, जहाँ विमान उतरते समय glide path पर नीचे आते हैं। इस क्षेत्र में कोई भी ऊँची वस्तु या संरचना विमान की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती है, इसलिए इसे नियंत्रित किया जाता है।

Approach Area की विशेषताएँ

  • Runway के extension के रूप में बना क्षेत्र।
  • विमान के उतरने (Landing) या उड़ान भरने (Takeoff) के समय इस्तेमाल होने वाला मार्ग।
  • इस क्षेत्र की ऊँचाई धीरे-धीरे बढ़ती है, जिससे विमान को सुचारु descent मिलता है।
  • इसमें कोई भी बाधा (obstacle) ICAO मानकों से ऊपर नहीं हो सकती।

Approach Surface क्या है?

Approach Surface एक inclined plane होती है जो runway के अंत से शुरू होकर बाहर की ओर एक निश्चित ढलान (slope) पर बढ़ती है। यह वह सतह है जो aircraft के उतरने के मार्ग की सुरक्षा को परिभाषित करती है।

Approach Surface का उद्देश्य

  • Landing aircraft को clear और obstacle-free मार्ग प्रदान करना।
  • Runway के सामने किसी भी ऊँची संरचना को रोकना।
  • Navigation और approach aids (जैसे ILS) की सुरक्षा बनाए रखना।

Approach Surface के मानक (ICAO Annex 14 के अनुसार)

Runway TypeLength of Approach SurfaceWidth at ThresholdWidth at Outer EdgeSlope
Non-Instrument Runway2,500 m80 m500 m1:20
Instrument Runway (Precision CAT-I)3,000 m300 m1,800 m1:50
Precision Approach CAT-II/III3,600 m300 m2,000 m1:50

Conical Surface क्या है?

Conical Surface एक झुका हुआ (sloping) सतही क्षेत्र है जो inner horizontal surface के चारों ओर स्थित होता है। यह सतह हवाई अड्डे से दूरी बढ़ने पर ऊँचाई में धीरे-धीरे बढ़ती जाती है।

Conical Surface के गुण

  • यह 1:20 के slope पर ऊपर की ओर झुकी होती है।
  • Inner Horizontal Surface के outer boundary से शुरू होती है।
  • इसका उद्देश्य दूर के अवरोधों को नियंत्रित करना है।
  • इसकी ऊँचाई आमतौर पर 35m तक होती है।

Imaginary Surfaces क्या हैं?

Imaginary Surfaces वे काल्पनिक सतहें हैं जिन्हें विमान की उड़ान के लिए सुरक्षा क्षेत्रों के रूप में परिभाषित किया जाता है। इन्हें "imaginary" इसलिए कहा जाता है क्योंकि ये वास्तविक भौतिक सतह नहीं होतीं, बल्कि इनका उपयोग किसी भी प्रकार की बाधा को सीमित करने के लिए किया जाता है।

मुख्य Imaginary Surfaces के प्रकार

  • Primary Surface: Runway के ऊपर और आसपास का क्षेत्र जहाँ aircraft चलता है।
  • Approach Surface: Runway से आगे का ढलवां क्षेत्र।
  • Transitional Surface: Runway के दोनों ओर का क्षेत्र जो साइड अवरोधों से सुरक्षा करता है।
  • Horizontal Surface: एक समतल ऊँचाई वाला क्षेत्र जो हवाई अड्डे को घेरता है।
  • Conical Surface: Horizontal Surface से आगे का झुका हुआ भाग।

Approach, Conical और Imaginary Surfaces का संबंध

ये तीनों सतहें मिलकर हवाई अड्डे के आसपास एक Obstacle Limitation Zone बनाती हैं, जो किसी भी अवरोध को नियंत्रित करने के लिए कार्य करती हैं। इनका डिजाइन विमान की operational safety और navigation systems की कार्यक्षमता सुनिश्चित करता है।

Approach Surface के Design Example

यदि runway का elevation 100m है और approach slope 1:50 है, तो runway के 3,000m आगे की ऊँचाई 100m + (3,000/50) = 160m होगी। इस सीमा के ऊपर कोई भी वस्तु obstruction मानी जाएगी।

निष्कर्ष

संक्षेप में, Approach Area और Approach Surface विमान के लैंडिंग और टेकऑफ के लिए सुरक्षित मार्ग प्रदान करते हैं। वहीं Conical और Imaginary Surfaces हवाई अड्डे के आसपास किसी भी संभावित अवरोध को सीमित करते हैं। ये सभी मिलकर Airport Zoning और Obstacle Control का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाते हैं, जिससे हवाई अड्डों की सुरक्षा और दक्षता सुनिश्चित होती है।

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