India as a Mega-Diversity Nation in Hindi: भारत एक मेगा-विविधता राष्ट्र के रूप में


India as a Mega-Diversity Nation in Hindi: भारत एक मेगा-विविधता राष्ट्र के रूप में

परिचय

भारत जैव विविधता (Biodiversity) के मामले में विश्व के सबसे समृद्ध देशों में से एक है। इसे "मेगा-विविधता राष्ट्र" (Mega-Diversity Nation) के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह विभिन्न जलवायु क्षेत्रों, पारिस्थितिकी तंत्रों और जैविक प्रजातियों का घर है। भारत दुनिया के 17 मेगा-विविधता वाले देशों में शामिल है, जो वैश्विक स्तर पर जैव विविधता का लगभग 7-8% योगदान देता है।

भारत को मेगा-विविधता राष्ट्र क्यों कहा जाता है?

  1. विस्तृत जलवायु विविधता: भारत में उष्णकटिबंधीय वर्षावन, शीतोष्ण क्षेत्र, शुष्क मरुस्थल और आल्पाइन क्षेत्र जैसे विविध जलवायु क्षेत्र पाए जाते हैं।
  2. समृद्ध पारिस्थितिकी तंत्र: भारत में जंगल, पहाड़, मैंग्रोव, समुद्री तट, गीले भूमि क्षेत्र, घास के मैदान और रेगिस्तान जैसे विभिन्न पारिस्थितिकी तंत्र मौजूद हैं।
  3. विस्तृत जैव विविधता: भारत में 45,000 से अधिक पौधों की प्रजातियाँ और 91,000 से अधिक पशु प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
  4. स्थानिक प्रजातियाँ (Endemic Species): भारत की जैव विविधता का बड़ा हिस्सा स्थानिक प्रजातियों से बना है, जो केवल भारत में पाई जाती हैं।
  5. तीन प्रमुख जैव विविधता हॉटस्पॉट: भारत में तीन प्रमुख जैव विविधता हॉटस्पॉट (Biodiversity Hotspots) हैं:
    • पश्चिमी घाट (Western Ghats)
    • हिमालयी क्षेत्र (Himalayan Region)
    • भारत-बर्मा क्षेत्र (Indo-Burma Region)

भारत की जैव विविधता में योगदान

  1. वनस्पति विविधता: भारत में औषधीय पौधों, खाद्य फसलों, जड़ी-बूटियों और वन वृक्षों की बड़ी संख्या पाई जाती है।
  2. वन्यजीव विविधता: भारत में बाघ, हाथी, गैंडा, सिंह, हिम तेंदुआ, गंगा डॉल्फिन और कई दुर्लभ प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
  3. समुद्री जैव विविधता: भारत का विस्तृत समुद्री तट कोरल रीफ, मैंग्रोव जंगलों और कई समुद्री जीवों का घर है।

भारत में जैव विविधता संरक्षण के प्रयास

  1. राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण (NBA): भारत सरकार द्वारा जैव विविधता संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए स्थापित एक संस्था।
  2. जैवमंडल रिजर्व (Biosphere Reserves): भारत में 18 जैवमंडल रिजर्व हैं, जो जैव विविधता के संरक्षण में सहायता करते हैं।
  3. राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य: भारत में 100+ राष्ट्रीय उद्यान और 500+ वन्यजीव अभयारण्य हैं।
  4. संरक्षण कानून: भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 और पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 जैव विविधता संरक्षण के लिए लागू किए गए हैं।

निष्कर्ष

भारत अपनी विशाल जैव विविधता और अद्वितीय पारिस्थितिकी तंत्रों के कारण मेगा-विविधता राष्ट्र के रूप में जाना जाता है। इसके संरक्षण के लिए सरकार और समाज दोनों को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है, ताकि जैव विविधता की यह समृद्ध विरासत भविष्य की पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रह सके।

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