Bottom-Up Evaluation of S-Attributed Definition in Hindi - एस-अट्रिब्यूटेड परिभाषा का बॉटम-अप मूल्यांकन


एस-अट्रिब्यूटेड परिभाषा क्या है? (What is S-Attributed Definition?)

S-अट्रिब्यूटेड परिभाषा (S-Attributed Definition) एक विशेष प्रकार की सिंटैक्स डायरेक्टेड डिफिनिशन (SDD) होती है, जिसमें केवल सिंथेटिक अट्रिब्यूट्स (Synthesized Attributes) का उपयोग किया जाता है। यह बॉटम-अप पार्सिंग में आसानी से लागू की जा सकती है और इसका उपयोग कम्पाइलर के विभिन्न चरणों में किया जाता है।

बॉटम-अप मूल्यांकन क्या है? (What is Bottom-Up Evaluation?)

बॉटम-अप मूल्यांकन (Bottom-Up Evaluation) एक प्रक्रिया है जिसमें सिंथेटिक अट्रिब्यूट्स को नोड्स के नीचे से ऊपर की ओर प्रोसेस किया जाता है। इस प्रक्रिया में टर्मिनल नोड्स से शुरू होकर धीरे-धीरे नॉन-टर्मिनल नोड्स के अट्रिब्यूट्स की गणना की जाती है।

S-अट्रिब्यूटेड डिफिनिशन के गुण (Properties of S-Attributed Definition)

  • इसमें केवल सिंथेटिक अट्रिब्यूट्स का उपयोग किया जाता है।
  • बॉटम-अप पार्सिंग के लिए उपयुक्त होती है।
  • प्रत्येक नॉन-टर्मिनल का अट्रिब्यूट उसके चाइल्ड नोड्स से प्राप्त होता है।
  • इसका उपयोग मुख्य रूप से एक्सप्रेशन वैल्यूएशन, सिंपल सेमांटिक एनालिसिस और कोड जेनरेशन में किया जाता है।

बॉटम-अप मूल्यांकन की प्रक्रिया (Process of Bottom-Up Evaluation)

एस-अट्रिब्यूटेड परिभाषा के बॉटम-अप मूल्यांकन में निम्नलिखित चरण शामिल होते हैं:

  1. इनपुट टोकन को पार्स करना: लेक्सिकल एनालाइजर द्वारा प्रदान किए गए टोकन को बॉटम-अप पार्सर द्वारा प्रोसेस किया जाता है।
  2. अट्रिब्यूट की गणना: टोकन के आधार पर नॉन-टर्मिनल्स के अट्रिब्यूट्स की गणना की जाती है।
  3. सिंटैक्स ट्री निर्माण: पार्सिंग प्रक्रिया के दौरान अट्रिब्यूट्स को स्टोर करके एक सिंटैक्स ट्री बनाया जाता है।
  4. फाइनल वैल्यू जेनरेशन: जब पूरा ट्री प्रोसेस हो जाता है, तो अंतिम आउटपुट को जेनरेट किया जाता है।

उदाहरण (Example of Bottom-Up Evaluation of S-Attributed Definition)

मान लीजिए कि हमारे पास निम्नलिखित व्याकरण (Grammar) है:

E → E1 + T  { E.val = E1.val + T.val }
E → T       { E.val = T.val }
T → T1 * F  { T.val = T1.val * F.val }
T → F       { T.val = F.val }
F → digit   { F.val = digit.lexval }

यदि इनपुट एक्सप्रेशन 3 + 5 * 2 है, तो इसका बॉटम-अप मूल्यांकन निम्नलिखित तरीके से किया जाएगा:

स्टेपसिंटैक्स ट्रीमूल्यांकन
1digit (3)F.val = 3
2digit (5)F.val = 5
3digit (2)F.val = 2
45 * 2T.val = 5 * 2 = 10
53 + 10E.val = 3 + 10 = 13

S-अट्रिब्यूटेड डिफिनिशन के फायदे (Advantages of S-Attributed Definition)

  • इसे बॉटम-अप पार्सर के साथ आसानी से लागू किया जा सकता है।
  • यह एक्सप्रेशन इवैल्युएशन के लिए सरल और प्रभावी है।
  • इसका उपयोग इंटरमीडिएट कोड जेनरेशन और सेमांटिक एनालिसिस में किया जाता है।

S-अट्रिब्यूटेड डिफिनिशन की सीमाएँ (Limitations of S-Attributed Definition)

  • इसमें इनहेरिटेड अट्रिब्यूट्स का उपयोग नहीं किया जा सकता।
  • कुछ जटिल भाषाई संरचनाओं के लिए यह पर्याप्त नहीं होता।

निष्कर्ष (Conclusion)

S-अट्रिब्यूटेड डिफिनिशन बॉटम-अप पार्सिंग के लिए एक प्रभावी तकनीक है, जिसमें केवल सिंथेटिक अट्रिब्यूट्स का उपयोग किया जाता है। यह कम्पाइलर के विभिन्न चरणों में उपयोगी होता है, विशेष रूप से सिंटैक्स एनालिसिस और कोड जेनरेशन में।

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