Analysis of Syntax Directed Definition in Compiler Design in Hindi - सिंटैक्स डायरेक्टेड डिफिनिशन का विश्लेषण


सिंटैक्स डायरेक्टेड डिफिनिशन क्या है? (What is Syntax Directed Definition?)

सिंटैक्स डायरेक्टेड डिफिनिशन (Syntax Directed Definition - SDD) एक ऐसी तकनीक है, जो सिंटैक्स एनालिसिस और सेमांटिक एनालिसिस को एकीकृत करती है। इसमें व्याकरण (Grammar) के प्रत्येक नॉन-टर्मिनल और प्रोडक्शन के लिए अट्रिब्यूट्स और सेमांटिक नियम परिभाषित किए जाते हैं।

SDD के मुख्य घटक (Components of SDD)

  • अट्रिब्यूट्स (Attributes): प्रत्येक सिंटैक्स नोड के साथ जुड़े मूल्य होते हैं, जिन्हें दो भागों में बांटा जाता है:
    • इनहेरिटेड अट्रिब्यूट्स (Inherited Attributes): ये पैरेंट या सिब्लिंग नोड्स से प्राप्त होते हैं।
    • सिंथेटिक अट्रिब्यूट्स (Synthesized Attributes): ये चाइल्ड नोड्स की जानकारी से उत्पन्न होते हैं।
  • सेमांटिक नियम (Semantic Rules): ये अट्रिब्यूट्स को असाइन करने और गणना करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।

सिंटैक्स डायरेक्टेड डिफिनिशन के प्रकार (Types of Syntax Directed Definition)

SDD का प्रकारविवरण
S-Attributed Definitionइसमें केवल सिंथेटिक अट्रिब्यूट्स होते हैं और इसे बॉटम-अप पार्सर के साथ लागू किया जाता है।
L-Attributed Definitionइसमें सिंथेटिक और इनहेरिटेड अट्रिब्यूट्स दोनों होते हैं, लेकिन इनहेरिटेड अट्रिब्यूट्स को बाएं से दाएं दिशा में पारित किया जाता है।

SDD के विश्लेषण के चरण (Steps in Analysis of SDD)

  1. ग्रामर परिभाषा: प्रत्येक नॉन-टर्मिनल और उसके अट्रिब्यूट्स को परिभाषित किया जाता है।
  2. पार्सिंग: इनपुट स्ट्रिंग को टॉप-डाउन या बॉटम-अप पार्सिंग द्वारा प्रोसेस किया जाता है।
  3. अट्रिब्यूट्स असाइनमेंट: सेमांटिक नियमों का उपयोग करके अट्रिब्यूट्स को वैल्यू दी जाती है।
  4. सेमांटिक एनालिसिस: विभिन्न नियमों की जांच करके मान्य डेटा को स्वीकृत किया जाता है।

SDD का उदाहरण (Example of Syntax Directed Definition)

मान लीजिए कि हमारे पास निम्नलिखित व्याकरण है:

E → E1 + T  { E.val = E1.val + T.val }
E → T       { E.val = T.val }
T → T1 * F  { T.val = T1.val * F.val }
T → F       { T.val = F.val }
F → digit   { F.val = digit.lexval }

यदि इनपुट 3 + 5 * 2 है, तो इसका मूल्यांकन इस प्रकार होगा:

स्टेपसिंटैक्स ट्रीमूल्यांकन
1digit (3)F.val = 3
2digit (5)F.val = 5
3digit (2)F.val = 2
45 * 2T.val = 5 * 2 = 10
53 + 10E.val = 3 + 10 = 13

SDD के लाभ (Advantages of Syntax Directed Definition)

  • यह सिंटैक्स और सेमांटिक एनालिसिस को संयोजित करता है।
  • यह कम्पाइलर ऑप्टिमाइजेशन में सहायक होता है।
  • यह कोड जनरेशन और सेमांटिक चेकिंग को आसान बनाता है।

SDD की सीमाएँ (Limitations of Syntax Directed Definition)

  • इनहेरिटेड अट्रिब्यूट्स का मूल्यांकन टॉप-डाउन पार्सिंग में कठिन हो सकता है।
  • कुछ जटिल भाषाई संरचनाओं को बॉटम-अप पार्सिंग में हैंडल करना कठिन होता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

सिंटैक्स डायरेक्टेड डिफिनिशन (SDD) कम्पाइलर डिज़ाइन में एक महत्वपूर्ण तकनीक है, जो सिंटैक्स एनालिसिस और सेमांटिक एनालिसिस को जोड़कर बेहतर कोड जनरेशन और ऑप्टिमाइजेशन की सुविधा प्रदान करता है।

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