GSM का सिस्टम आर्किटेक्चर | System Architecture of GSM in Hindi
GSM का सिस्टम आर्किटेक्चर | System Architecture of GSM in Hindi
**GSM (Global System for Mobile Communication)** एक **डिजिटल सेलुलर नेटवर्क** है, जो मोबाइल संचार की सुविधा प्रदान करता है। यह नेटवर्क **मोबाइल टेलीफोनी, SMS, डेटा ट्रांसफर और इंटरनेशनल रोमिंग** जैसी सेवाओं को सपोर्ट करता है। GSM नेटवर्क एक **हायार्किकल सिस्टम** है, जिसमें विभिन्न घटक होते हैं, जो मिलकर नेटवर्क को कुशलतापूर्वक संचालित करते हैं।
GSM का सिस्टम आर्किटेक्चर (System Architecture of GSM)
GSM सिस्टम आर्किटेक्चर को मुख्य रूप से **तीन भागों** में विभाजित किया गया है:
- **Mobile Station (MS)**
- **Base Station Subsystem (BSS)**
- **Network and Switching Subsystem (NSS)**
1. मोबाइल स्टेशन (Mobile Station - MS)
**Mobile Station (MS)** उपयोगकर्ता की डिवाइस होती है, जो नेटवर्क से कनेक्ट होकर संचार स्थापित करती है।
घटक | विवरण |
---|---|
**Mobile Equipment (ME)** | मोबाइल डिवाइस जैसे स्मार्टफोन, फीचर फोन आदि। |
**Subscriber Identity Module (SIM)** | सिम कार्ड, जो उपयोगकर्ता की पहचान (IMSI - International Mobile Subscriber Identity) स्टोर करता है। |
2. बेस स्टेशन सबसिस्टम (Base Station Subsystem - BSS)
**BSS** मोबाइल उपयोगकर्ता और नेटवर्क के बीच संचार की सुविधा प्रदान करता है। यह निम्नलिखित घटकों से बना होता है:
घटक | कार्य |
---|---|
**Base Transceiver Station (BTS)** | मोबाइल डिवाइस से सिग्नल को ट्रांसमिट और रिसीव करता है। |
**Base Station Controller (BSC)** | कई BTS को नियंत्रित करता है और फ्रीक्वेंसी असाइनमेंट को मैनेज करता है। |
3. नेटवर्क और स्विचिंग सबसिस्टम (Network and Switching Subsystem - NSS)
**NSS** कॉल स्विचिंग, नेटवर्क इंटरकनेक्शन और उपयोगकर्ता की प्रबंधन सेवाओं को नियंत्रित करता है।
घटक | कार्य |
---|---|
**Mobile Switching Center (MSC)** | कॉल सेटअप, स्विचिंग और नेटवर्क इंटरकनेक्शन को प्रबंधित करता है। |
**Home Location Register (HLR)** | उपयोगकर्ता की स्थायी जानकारी और प्रोफ़ाइल स्टोर करता है। |
**Visitor Location Register (VLR)** | नेटवर्क में अस्थायी रूप से उपस्थित उपयोगकर्ताओं की जानकारी रखता है। |
**Authentication Center (AuC)** | नेटवर्क सुरक्षा और उपयोगकर्ता प्रमाणीकरण को सुनिश्चित करता है। |
**Equipment Identity Register (EIR)** | मोबाइल उपकरणों की वैधता की पुष्टि करता है और चोरी हुए उपकरणों को ब्लॉक करता है। |
GSM नेटवर्क का कार्य करने का तरीका (Working of GSM Network)
GSM नेटवर्क निम्नलिखित चरणों में कार्य करता है:
- मोबाइल डिवाइस **BTS के माध्यम से सिग्नल ट्रांसमिट करता है**।
- BTS इसे **BSC को भेजता है**, जो कॉल और डेटा ट्रैफिक को नियंत्रित करता है।
- BSC डेटा को **MSC को ट्रांसफर करता है**, जो नेटवर्क स्विचिंग का कार्य करता है।
- MSC उपयोगकर्ता की जानकारी की **प्रमाणिकता की जाँच** करने के लिए HLR और VLR का उपयोग करता है।
- यदि कॉल किसी बाहरी नेटवर्क पर जाती है, तो यह **PSTN या अन्य मोबाइल नेटवर्क से कनेक्ट** हो जाती है।
GSM आर्किटेक्चर की विशेषताएँ (Features of GSM Architecture)
- **डिजिटल वायरलेस संचार प्रणाली:** GSM एक **डिजिटल सेलुलर टेक्नोलॉजी** पर आधारित है।
- **इंटरनेशनल रोमिंग:** उपयोगकर्ता विभिन्न देशों में GSM नेटवर्क का उपयोग कर सकते हैं।
- **सुरक्षा:** GSM में **एन्क्रिप्शन तकनीक** का उपयोग किया जाता है, जिससे डेटा को सुरक्षित रखा जाता है।
- **कम पावर खपत:** GSM नेटवर्क बैटरी बचाने के लिए ऑप्टिमाइज्ड है।
- **वॉयस और डेटा सपोर्ट:** GSM नेटवर्क पर वॉयस कॉल, SMS और डेटा ट्रांसमिशन किया जा सकता है।
GSM सिस्टम आर्किटेक्चर के लाभ (Advantages of GSM Architecture)
- **बेहतर नेटवर्क कवरेज:** GSM दुनिया भर में उपयोग किया जाता है।
- **स्पेक्ट्रम दक्षता:** GSM नेटवर्क TDMA तकनीक का उपयोग करके अधिकतम उपयोगकर्ताओं को जोड़ सकता है।
- **बेहतर कॉल गुणवत्ता:** डिजिटल ट्रांसमिशन के कारण वॉयस क्वालिटी अधिक होती है।
- **मल्टीपल सर्विसेज:** वॉयस कॉल, SMS, MMS, इंटरनेट ब्राउज़िंग आदि सेवाएँ उपलब्ध।
GSM सिस्टम आर्किटेक्चर की सीमाएँ (Limitations of GSM Architecture)
- **कम डेटा स्पीड:** 2G आधारित GSM नेटवर्क उच्च गति डेटा ट्रांसफर के लिए उपयुक्त नहीं है।
- **इंटरफेरेंस की समस्या:** कभी-कभी अन्य वायरलेस सिस्टम के साथ सिग्नल इंटरफेरेंस हो सकता है।
- **स्पेक्ट्रम की सीमाएँ:** सीमित फ्रीक्वेंसी बैंड के कारण अधिक ट्रैफिक होने पर नेटवर्क प्रभावित हो सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
**GSM का सिस्टम आर्किटेक्चर** तीन मुख्य भागों में विभाजित होता है: **Mobile Station (MS), Base Station Subsystem (BSS), और Network and Switching Subsystem (NSS)**। यह नेटवर्क कॉल, डेटा ट्रांसफर और उपयोगकर्ता प्रबंधन को नियंत्रित करता है। हालांकि, 3G, 4G और 5G नेटवर्क के आने के बाद GSM का उपयोग कम हो गया है, लेकिन यह अब भी दुनिया के कई हिस्सों में सक्रिय है।
Related Post
- एंटीना क्या है? | What is Antenna in Mobile Computing in Hindi
- एंटीना का रेडिएशन पैटर्न क्या है? | Radiation Pattern of Antenna in Hindi
- एंटीना के प्रकार | Types of Antenna in Hindi
- वायरलेस कम्युनिकेशन में एंटीना गेन क्या है? | Antenna Gain in Hindi
- प्रोपेगेशन मॉडल क्या है? | Propagation Model in Wireless Communication in Hindi
- वायरलेस कम्युनिकेशन में फेडिंग के प्रकार | Types of Fading in Hindi
- वायरलेस डिजिटल कम्युनिकेशन के लिए मॉडल | Model for Wireless Digital Communication in Hindi
- SDMA (Space Division Multiple Access) क्या है?
- TDMA, FDMA, CDMA, DAMA, PRMA और MACA क्या हैं? | Multiple Access Techniques in Hindi
- Cellular Network Organization क्या है?
- मोबाइल रेडियो प्रोपेगेशन प्रभाव | Mobile Radio Propagation Effects in Wireless Communication in Hindi
- Handoff क्या है? | Handoff in Wireless Communication in Hindi
- पोइसॉन आगमन प्रक्रिया क्या है? | Poisson Arrival Process in Wireless Communication in Hindi
- GSM क्या है? | GSM in Wireless Communication in Hindi
- GSM का सिस्टम आर्किटेक्चर | System Architecture of GSM in Hindi
- GSM में रेडियो इंटरफेस क्या है? | Radio Interface in GSM in Mobile Computing in Hindi
- GSM में लॉजिकल चैनल्स क्या हैं? | Logical Channels in GSM in Hindi
- GSM में लोकलाइजेशन और कॉलिंग क्या है? | Localization & Calling in GSM in Hindi
- हाई स्पीड सर्किट स्विच्ड डेटा (HSCSD) क्या है? | High Speed Circuit Switched Data in Hindi
- वायरलेस कम्युनिकेशन में GPRS आर्किटेक्चर | GPRS Architecture in Hindi