वायरलेस कम्युनिकेशन में GPRS आर्किटेक्चर | GPRS Architecture in Hindi


वायरलेस कम्युनिकेशन में GPRS आर्किटेक्चर | GPRS Architecture in Hindi

**GPRS (General Packet Radio Service)** एक **पैकेट-स्विच्ड वायरलेस डेटा सेवा** है, जिसे **2G (GSM) और 3G नेटवर्क** में मोबाइल इंटरनेट एक्सेस और डेटा ट्रांसमिशन के लिए विकसित किया गया था। GPRS, GSM नेटवर्क के सर्किट-स्विच्ड डेटा (CSD) की तुलना में **अधिक कुशल और तेज़ डेटा सेवा** प्रदान करता है।

GPRS की परिभाषा (Definition of GPRS)

**GPRS (General Packet Radio Service)** एक **पैकेट-स्विच्ड मोबाइल डेटा सेवा** है, जो मोबाइल डिवाइसेज़ को **इंटरनेट और अन्य IP आधारित नेटवर्क से कनेक्ट करने** की अनुमति देती है। यह GSM नेटवर्क में **डेटा ट्रांसफर की गति को बढ़ाने** के लिए डिज़ाइन किया गया था।

GPRS आर्किटेक्चर क्या है? (What is GPRS Architecture?)

GPRS आर्किटेक्चर GSM नेटवर्क के आधार पर कार्य करता है और इसमें नए **नेटवर्क घटकों** को जोड़ा गया है, जो डेटा ट्रांसमिशन को संभालते हैं।

GPRS आर्किटेक्चर के प्रमुख घटक (Components of GPRS Architecture)

GPRS नेटवर्क को निम्नलिखित भागों में विभाजित किया जाता है:

घटक कार्य
**Mobile Station (MS)** उपयोगकर्ता का मोबाइल डिवाइस, जिसमें GPRS सक्षम होता है।
**Base Station Subsystem (BSS)** मोबाइल से डेटा को GSM नेटवर्क में भेजने का कार्य करता है।
**Serving GPRS Support Node (SGSN)** मोबाइल उपयोगकर्ता की लोकेशन और डेटा पैकेट ट्रांसमिशन को नियंत्रित करता है।
**Gateway GPRS Support Node (GGSN)** GPRS नेटवर्क को बाहरी IP नेटवर्क (जैसे इंटरनेट) से जोड़ता है।
**Home Location Register (HLR)** मोबाइल उपयोगकर्ता की प्रोफ़ाइल और सब्सक्राइबर जानकारी स्टोर करता है।
**Visitor Location Register (VLR)** नेटवर्क में अस्थायी रूप से मौजूद उपयोगकर्ताओं की जानकारी संग्रहीत करता है।
**Packet Control Unit (PCU)** डेटा पैकेट को मोबाइल डिवाइस और नेटवर्क के बीच रूट करता है।

GPRS की कार्यप्रणाली (Working of GPRS)

GPRS निम्नलिखित चरणों में कार्य करता है:

  1. मोबाइल उपयोगकर्ता इंटरनेट एक्सेस करने या डेटा ट्रांसमिशन करने के लिए GPRS सत्र प्रारंभ करता है।
  2. मोबाइल डिवाइस **BTS (Base Transceiver Station)** के माध्यम से डेटा भेजता है।
  3. BTS डेटा को **BSC (Base Station Controller)** के माध्यम से **SGSN (Serving GPRS Support Node)** तक फॉरवर्ड करता है।
  4. SGSN उपयोगकर्ता की पहचान सत्यापित करता है और डेटा पैकेट को **GGSN (Gateway GPRS Support Node)** तक भेजता है।
  5. GGSN डेटा को इंटरनेट या अन्य बाहरी नेटवर्क में ट्रांसमिट करता है।
  6. डेटा रिसीवर डिवाइस तक पहुंचने के बाद, यह प्रक्रिया रिवर्स दिशा में भी कार्य करती है।

GPRS नेटवर्क इंटरफेस (GPRS Network Interfaces)

GPRS आर्किटेक्चर में विभिन्न इंटरफेस होते हैं, जो डेटा पैकेट ट्रांसमिशन को मैनेज करते हैं:

इंटरफेस कार्य
**Um Interface** मोबाइल डिवाइस और BTS के बीच संचार स्थापित करता है।
**Gb Interface** BSS और SGSN के बीच डेटा संचार स्थापित करता है।
**Gn Interface** SGSN और GGSN के बीच डेटा ट्रांसफर करता है।
**Gi Interface** GGSN को बाहरी IP नेटवर्क से जोड़ता है।

GPRS की विशेषताएँ (Features of GPRS)

  • **पैकेट स्विचिंग तकनीक:** डेटा को छोटे-छोटे पैकेट्स में भेजा जाता है, जिससे नेटवर्क दक्षता बढ़ती है।
  • **हमेशा कनेक्टेड (Always-On):** GPRS कनेक्शन हमेशा एक्टिव रहता है, जिससे डेटा एक्सेस फास्ट होता है।
  • **बेहतर डेटा स्पीड:** GPRS की डेटा स्पीड 56 से 114 Kbps तक होती है।
  • **इंटरनेट एक्सेस:** GPRS उपयोगकर्ताओं को मोबाइल ब्राउज़िंग, ईमेल एक्सेस और अन्य डेटा सेवाएँ प्रदान करता है।

GPRS के लाभ (Advantages of GPRS)

  • **बेहतर नेटवर्क उपयोग:** सर्किट-स्विच्ड डेटा के मुकाबले अधिक कुशल।
  • **इंटरनेट एक्सेस:** मोबाइल डिवाइसेज़ पर वेब ब्राउज़िंग और ईमेल एक्सेस को सक्षम बनाता है।
  • **कम लागत:** उपयोगकर्ता केवल ट्रांसमिट किए गए डेटा के लिए भुगतान करता है, समय आधारित बिलिंग नहीं होती।
  • **हमेशा कनेक्टेड:** उपयोगकर्ता को बार-बार नेटवर्क से कनेक्ट करने की आवश्यकता नहीं होती।

GPRS की सीमाएँ (Limitations of GPRS)

  • **डेटा स्पीड सीमित:** GPRS की डेटा स्पीड 3G और 4G की तुलना में कम होती है।
  • **नेटवर्क लोड:** यदि अधिक उपयोगकर्ता एक ही समय पर GPRS का उपयोग कर रहे हैं, तो नेटवर्क की गति कम हो सकती है।
  • **वॉयस कॉल प्राथमिकता:** GPRS डेटा ट्रांसमिशन के दौरान वॉयस कॉल को प्राथमिकता दी जाती है, जिससे इंटरनेट की स्पीड कम हो सकती है।

निष्कर्ष (Conclusion)

**GPRS (General Packet Radio Service)** एक **पैकेट-स्विच्ड डेटा सेवा** है, जो **2G और 3G नेटवर्क** में उपयोग की जाती है। इसका आर्किटेक्चर **SGSN, GGSN, BSS और HLR/VLR** जैसे घटकों पर आधारित होता है, जो डेटा ट्रांसमिशन को नियंत्रित करते हैं। हालाँकि, 4G और 5G जैसी आधुनिक तकनीकों के आने के बाद GPRS का उपयोग कम हो गया है, फिर भी यह कई क्षेत्रों में मोबाइल इंटरनेट एक्सेस के लिए उपयोग किया जाता है।

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