फंक्शनल और नॉन-फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स क्या हैं? | Functional and Non-Functional Requirements in Software Engineering in Hindi


फंक्शनल और नॉन-फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स क्या हैं? (What are Functional and Non-Functional Requirements in Hindi)

सॉफ़्टवेयर इंजीनियरिंग (Software Engineering) में सॉफ़्टवेयर आवश्यकताओं (Software Requirements) को दो मुख्य श्रेणियों में विभाजित किया जाता है:

  • फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स (Functional Requirements)
  • नॉन-फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स (Non-Functional Requirements)

यह आवश्यकताएँ यह निर्धारित करती हैं कि सॉफ़्टवेयर कैसे कार्य करेगा और उपयोगकर्ता के लिए कितना उपयोगी होगा।

फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स क्या हैं? (What are Functional Requirements in Hindi)

फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स वे विशेषताएँ (Features) होती हैं जो यह निर्धारित करती हैं कि सॉफ़्टवेयर को क्या करना चाहिए। यह उपयोगकर्ता के साथ सॉफ़्टवेयर के इंटरैक्शन (Interaction) और उसके इनपुट-आउटपुट (Input-Output) से संबंधित होते हैं।

फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स के उदाहरण (Examples of Functional Requirements)

फंक्शनल रिक्वायरमेंट विवरण
यूज़र लॉगिन (User Login) सॉफ़्टवेयर को यूज़र को लॉगिन करने की सुविधा देनी चाहिए।
डेटा संग्रहण (Data Storage) सॉफ़्टवेयर को उपयोगकर्ता का डेटा स्टोर करने में सक्षम होना चाहिए।
पासवर्ड रिकवरी (Password Recovery) यदि उपयोगकर्ता पासवर्ड भूल जाता है, तो उसे पुनः प्राप्त करने का विकल्प होना चाहिए।
ऑर्डर प्रोसेसिंग (Order Processing) ई-कॉमर्स वेबसाइट में यूज़र को ऑर्डर देने और भुगतान करने की सुविधा होनी चाहिए।
ईमेल नोटिफिकेशन (Email Notification) सॉफ़्टवेयर को उपयोगकर्ता को ईमेल के माध्यम से सूचनाएँ भेजने की सुविधा देनी चाहिए।

फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स की विशेषताएँ (Characteristics of Functional Requirements)

  • स्पष्ट रूप से परिभाषित कार्यक्षमता होती है।
  • यूज़र इंटरैक्शन पर केंद्रित होते हैं।
  • सॉफ़्टवेयर के इनपुट और आउटपुट को परिभाषित करते हैं।
  • सॉफ़्टवेयर के मुख्य उद्देश्यों को दर्शाते हैं।

नॉन-फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स क्या हैं? (What are Non-Functional Requirements in Hindi)

नॉन-फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स वे आवश्यकताएँ होती हैं जो यह निर्धारित करती हैं कि सॉफ़्टवेयर कैसे कार्य करेगा। यह प्रदर्शन (Performance), सुरक्षा (Security), विश्वसनीयता (Reliability), और उपयोगिता (Usability) जैसे पहलुओं से संबंधित होते हैं।

नॉन-फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स के उदाहरण (Examples of Non-Functional Requirements)

नॉन-फंक्शनल रिक्वायरमेंट विवरण
प्रदर्शन (Performance) सॉफ़्टवेयर को प्रति सेकंड 1000 अनुरोधों को संसाधित करने में सक्षम होना चाहिए।
सुरक्षा (Security) सॉफ़्टवेयर को यूज़र डेटा को एन्क्रिप्ट करना चाहिए और अनधिकृत पहुँच से बचाना चाहिए।
उपयोगिता (Usability) सॉफ़्टवेयर को उपयोगकर्ता के लिए सहज (User-Friendly) और आसान बनाना चाहिए।
रखरखाव (Maintainability) सॉफ़्टवेयर को भविष्य में आवश्यकतानुसार अपडेट किया जा सके।
विश्वसनीयता (Reliability) सॉफ़्टवेयर को 99.9% अपटाइम के साथ कार्य करना चाहिए।

नॉन-फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स की विशेषताएँ (Characteristics of Non-Functional Requirements)

  • सॉफ़्टवेयर के प्रदर्शन और गुणवत्ता से संबंधित होते हैं।
  • यूज़र एक्सपीरियंस (User Experience) को बेहतर बनाते हैं।
  • सॉफ़्टवेयर की विश्वसनीयता और स्थिरता को सुनिश्चित करते हैं।
  • लंबे समय तक सॉफ़्टवेयर को प्रभावी बनाए रखने में मदद करते हैं।

फंक्शनल और नॉन-फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स में अंतर (Difference Between Functional and Non-Functional Requirements)

विशेषता फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स नॉन-फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स
परिभाषा सॉफ़्टवेयर क्या करेगा, यह निर्धारित करता है। सॉफ़्टवेयर कैसे कार्य करेगा, यह निर्धारित करता है।
प्रभाव यूज़र के साथ सॉफ़्टवेयर की इंटरैक्शन को प्रभावित करता है। सॉफ़्टवेयर के प्रदर्शन, सुरक्षा और उपयोगिता को प्रभावित करता है।
उदाहरण लॉगिन सिस्टम, भुगतान प्रोसेसिंग, डेटा स्टोरेज। प्रदर्शन, सुरक्षा, विश्वसनीयता, उपयोगिता।
लक्ष्य सॉफ़्टवेयर की कोर फ़ंक्शनलिटी सुनिश्चित करना। सॉफ़्टवेयर की गुणवत्ता और उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाना।

निष्कर्ष (Conclusion)

सॉफ़्टवेयर विकास में फंक्शनल और नॉन-फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स दोनों महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स सॉफ़्टवेयर की कार्यक्षमता को निर्धारित करते हैं, जबकि नॉन-फंक्शनल रिक्वायरमेंट्स सॉफ़्टवेयर की गुणवत्ता और प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। एक अच्छे सॉफ़्टवेयर को विकसित करने के लिए इन दोनों आवश्यकताओं को ध्यान में रखना आवश्यक है।

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