AES का मूल्यांकन मानदंड - Evaluation Criteria of AES in Hindi


AES का मूल्यांकन मानदंड - Evaluation Criteria of AES in Hindi

परिचय

Advanced Encryption Standard (AES) एक आधुनिक **सिमेट्रिक की ब्लॉक साइफर** है, जिसे **National Institute of Standards and Technology (NIST)** द्वारा 2001 में मानकीकृत किया गया था। यह **Data Encryption Standard (DES)** का उन्नत संस्करण है और वर्तमान में सबसे सुरक्षित एन्क्रिप्शन मानकों में से एक है।

AES को एक **सख्त मूल्यांकन प्रक्रिया** के बाद चुना गया था। इसके मूल्यांकन के दौरान विभिन्न एल्गोरिदम की सुरक्षा, दक्षता, लचीलेपन और प्रदर्शन का विश्लेषण किया गया था।

AES चयन प्रक्रिया

AES चयन प्रक्रिया को तीन चरणों में विभाजित किया गया था:

  1. पहले चरण में, NIST ने सार्वजनिक रूप से एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम के प्रस्ताव मांगे।
  2. दूसरे चरण में, 15 एल्गोरिदम में से 5 को शॉर्टलिस्ट किया गया।
  3. तीसरे चरण में, Rijndael एल्गोरिदम को AES के रूप में चुना गया।

AES के मूल्यांकन मानदंड (Evaluation Criteria of AES)

AES एल्गोरिदम को निम्नलिखित प्रमुख मानदंडों के आधार पर चुना गया:

1. सुरक्षा (Security)

AES को अत्यधिक सुरक्षित बनाने के लिए इसे निम्नलिखित हमलों के विरुद्ध परीक्षण किया गया:

  • ब्रूट फोर्स अटैक (Brute Force Attack): AES में **128-बिट, 192-बिट और 256-बिट की कुंजी लंबाई** होती है, जिससे इसे ब्रूट फोर्स अटैक से तोड़ना लगभग असंभव हो जाता है।
  • क्रिप्टोएनालिटिक अटैक्स: यह Differential Cryptanalysis और Linear Cryptanalysis जैसे हमलों के विरुद्ध सुरक्षित है।
  • साइड-चैनल अटैक्स (Side-Channel Attacks): हार्डवेयर आधारित हमलों से बचाव के लिए विशेषताएँ शामिल की गई हैं।

2. प्रदर्शन (Performance)

AES को विभिन्न हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म पर परीक्षण किया गया। मूल्यांकन मानदंड में निम्नलिखित कारक शामिल थे:

  • तेज़ **एन्क्रिप्शन और डिक्रिप्शन** गति।
  • कम मेमोरी उपयोग, ताकि यह **एंबेडेड सिस्टम और छोटे डिवाइसेस** में भी प्रभावी रूप से कार्य कर सके।
  • समान रूप से **सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर** में कुशलता।

3. लचीलापन (Flexibility)

AES को विभिन्न अनुप्रयोगों में उपयोग करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। मूल्यांकन में शामिल बिंदु:

  • विभिन्न **ब्लॉक साइज़** और **कुंजी साइज़** के साथ संगतता।
  • **नेटवर्क सुरक्षा, वाई-फाई एन्क्रिप्शन, क्लाउड सिक्योरिटी, और बैंकिंग सिस्टम** में प्रभावी ढंग से कार्य करने की क्षमता।

4. कुंजी लंबाई (Key Length)

AES में तीन प्रकार की कुंजी लंबाई प्रदान की जाती हैं:

AES संस्करणकुंजी लंबाईराउंड्स
AES-128128-बिट10
AES-192192-बिट12
AES-256256-बिट14

5. सुरक्षा बनाम दक्षता (Security vs. Efficiency)

AES का चयन केवल सुरक्षा के आधार पर नहीं किया गया, बल्कि इसके **गति और दक्षता** को भी ध्यान में रखा गया। यह एल्गोरिदम **कम ऊर्जा खपत** और **अधिकतम प्रदर्शन** देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

6. हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर कार्यान्वयन (Hardware & Software Implementation)

  • AES को **सॉफ़्टवेयर आधारित** और **हार्डवेयर आधारित** दोनों रूपों में आसानी से लागू किया जा सकता है।
  • इसका उपयोग **स्मार्ट कार्ड, IoT डिवाइस, क्लाउड सिक्योरिटी, और मोबाइल एन्क्रिप्शन** में किया जाता है।

7. सार्वजनिक परीक्षण (Public Testing)

AES चयन प्रक्रिया में इसे दुनिया भर के क्रिप्टोग्राफर्स द्वारा परीक्षण और विश्लेषण के लिए प्रस्तुत किया गया था।

  • यह पूरी तरह से **ओपन स्टैंडर्ड** एल्गोरिदम है।
  • विभिन्न संगठनों और शोधकर्ताओं द्वारा इसकी समीक्षा की गई।

AES बनाम DES तुलना

विशेषताAESDES
ब्लॉक साइज128-बिट64-बिट
कुंजी साइज़128, 192, 256-बिट56-बिट
राउंड्स10, 12, 1416
सुरक्षाबेहद सुरक्षितब्रूट फोर्स अटैक के लिए असुरक्षित
प्रदर्शनतेज़धीमा

निष्कर्ष

AES को कई स्तरों पर परीक्षण करने के बाद चुना गया था, जिसमें सुरक्षा, दक्षता, लचीलापन, और हार्डवेयर-सॉफ़्टवेयर अनुकूलता शामिल थी। यह आज **सभी प्रमुख सुरक्षा प्रणालियों** में उपयोग किया जाता है और यह आधुनिक **क्रिप्टोग्राफी का आधार** बन चुका है।

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