Digital Signature: डिजिटल हस्ताक्षर क्या है और इसकी विशेषताएँ - (CS - 5th Sem)


Digital Signature: डिजिटल हस्ताक्षर क्या है और इसकी विशेषताएँ

आज के डिजिटल युग में, Digital Signature (डिजिटल हस्ताक्षर) एक महत्वपूर्ण तकनीक है जिसका उपयोग डॉक्युमेंट्स, ईमेल और अन्य डिजिटल डेटा की प्रामाणिकता और अखंडता सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है। यह एक क्रिप्टोग्राफिक तकनीक है जो डेटा को अनधिकृत संशोधन से बचाती है और पहचान सत्यापन (Authentication) प्रदान करती है।

डिजिटल हस्ताक्षर क्या है?

डिजिटल हस्ताक्षर एक mathematical scheme है जिसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजों की सत्यता और प्रामाणिकता की पुष्टि करने के लिए किया जाता है। यह हस्ताक्षर एक Cryptographic Algorithm के माध्यम से उत्पन्न होता है, और इसे प्रमाणित करने के लिए Public Key Infrastructure (PKI) का उपयोग किया जाता है।

डिजिटल हस्ताक्षर कैसे काम करता है?

डिजिटल हस्ताक्षर आमतौर पर Asymmetric Cryptography पर आधारित होता है, जिसमें दो प्रकार की कुंजियाँ होती हैं:

  • Private Key: यह कुंजी सिर्फ हस्ताक्षरकर्ता के पास होती है और डिजिटल हस्ताक्षर उत्पन्न करने के लिए उपयोग की जाती है।
  • Public Key: यह कुंजी प्राप्तकर्ता के पास होती है और हस्ताक्षर की सत्यता की जांच करने के लिए उपयोग की जाती है।

डिजिटल हस्ताक्षर की कार्यप्रणाली

डिजिटल हस्ताक्षर निम्नलिखित चरणों में काम करता है:

  1. यूजर Private Key की मदद से डेटा पर हस्ताक्षर करता है।
  2. डिजिटल हस्ताक्षर प्राप्तकर्ता को भेजा जाता है।
  3. प्राप्तकर्ता Public Key की सहायता से हस्ताक्षर को सत्यापित करता है।
  4. यदि हस्ताक्षर वैध है, तो डेटा की अखंडता (Integrity) और प्रामाणिकता (Authenticity) सुनिश्चित होती है।

डिजिटल हस्ताक्षर की विशेषताएँ

विशेषता विवरण
Authentication हस्ताक्षरकर्ता की पहचान की पुष्टि करता है।
Integrity डेटा में कोई बदलाव नहीं हुआ है, यह सुनिश्चित करता है।
Non-repudiation हस्ताक्षरकर्ता अपने हस्ताक्षर को नकार नहीं सकता।
Security क्रिप्टोग्राफिक एल्गोरिदम द्वारा सुरक्षित किया जाता है।
Legality कानूनी रूप से मान्य और प्रमाणित होता है।

डिजिटल हस्ताक्षर के उपयोग

  • ई-गवर्नेंस और ऑनलाइन दस्तावेज़ सत्यापन
  • बैंकिंग और वित्तीय लेनदेन
  • ईमेल और मैसेज सत्यापन
  • सॉफ्टवेयर कोड साइनिंग
  • सिक्योर ऑनलाइन कॉन्ट्रैक्ट्स

डिजिटल हस्ताक्षर के लाभ

  • Paperless Transactions: यह कागज रहित कार्यप्रणाली को बढ़ावा देता है।
  • Cost-effective: दस्तावेज़ प्रबंधन लागत को कम करता है।
  • Legally Binding: यह कानूनी रूप से मान्य होता है।
  • Fast Processing: डिजिटल प्रक्रिया तेज और प्रभावी होती है।

निष्कर्ष

डिजिटल हस्ताक्षर एक महत्वपूर्ण साइबर सिक्योरिटी तकनीक है जो डेटा की सुरक्षा, प्रमाणिकता और गोपनीयता सुनिश्चित करता है। यह ऑनलाइन दस्तावेज़ सत्यापन और सुरक्षित संचार के लिए एक अनिवार्य तकनीक बन चुका है।

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