DoS and DDoS Attack in Cyber Security: डॉस और डीडीओएस हमले क्या हैं और इससे कैसे बचें - (CS 5th Sem)


DoS and DDoS Attack in Cyber Security: डॉस और डीडीओएस हमले क्या हैं और इससे कैसे बचें?

आज के डिजिटल युग में, साइबर हमले (Cyber Attacks) तेजी से बढ़ रहे हैं, जिनमें से DoS (Denial of Service) और DDoS (Distributed Denial of Service) अटैक सबसे आम और खतरनाक प्रकार के हमले माने जाते हैं। इन हमलों का उद्देश्य सर्वर या नेटवर्क को ओवरलोड करके उसकी सेवाओं को बाधित करना होता है।

DoS Attack (डिनायल ऑफ सर्विस अटैक) क्या है?

Denial of Service (DoS) अटैक एक प्रकार का साइबर हमला है, जिसमें सर्वर, नेटवर्क या वेबसाइट को इतनी अधिक मात्रा में ट्रैफिक भेजा जाता है कि वह सामान्य उपयोगकर्ताओं के लिए अनुपलब्ध हो जाता है। यह हमला आमतौर पर एक ही स्रोत (Single Source) से किया जाता है।

DoS Attack कैसे काम करता है?

DoS हमले निम्नलिखित चरणों में कार्य करते हैं:

  1. हमलावर अत्यधिक ट्रैफिक उत्पन्न करता है और उसे टारगेट सर्वर की ओर भेजता है।
  2. सर्वर पर अत्यधिक अनुरोध (Requests) आने के कारण उसकी बैंडविड्थ और संसाधन समाप्त हो जाते हैं।
  3. सर्वर वैध उपयोगकर्ताओं के लिए अनुपलब्ध हो जाता है या बहुत धीमा हो जाता है।

DoS Attack के प्रकार

DoS हमले का प्रकार विवरण
Buffer Overflow Attack सिस्टम की मेमोरी को ओवरलोड करके उसे क्रैश करने की तकनीक।
Ping of Death अत्यधिक बड़े पैकेट्स भेजकर सिस्टम को क्रैश करना।
TCP SYN Flood सर्वर से कनेक्शन अनुरोध भेजकर उसकी क्षमता को खत्म करना।
Teardrop Attack ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल (TCP) के पैकेट्स को गड़बड़ तरीके से भेजकर सिस्टम को क्रैश करना।

DDoS Attack (डिस्ट्रीब्यूटेड डिनायल ऑफ सर्विस अटैक) क्या है?

Distributed Denial of Service (DDoS) अटैक एक उन्नत प्रकार का DoS हमला है, जिसमें एक ही समय पर कई अलग-अलग स्रोतों (Multiple Sources) से एक ही टारगेट पर हमला किया जाता है। इस हमले के लिए हैकर्स अक्सर बॉटनेट का उपयोग करते हैं, जो हजारों संक्रमित कंप्यूटरों का एक नेटवर्क होता है।

DDoS Attack कैसे काम करता है?

DDoS हमले निम्नलिखित चरणों में कार्य करते हैं:

  1. हमलावर हजारों या लाखों संक्रमित डिवाइसेज़ (बॉटनेट) का नियंत्रण प्राप्त करता है।
  2. इन बॉटनेट्स के माध्यम से एक साथ सर्वर पर भारी मात्रा में ट्रैफिक भेजा जाता है।
  3. सर्वर इतने अधिक अनुरोधों को संभालने में असमर्थ हो जाता है और ठप हो जाता है।

DDoS Attack के प्रकार

DDoS हमले का प्रकार विवरण
Volume-Based Attack नेटवर्क बैंडविड्थ को ओवरलोड करके सर्वर को धीमा कर देता है।
Protocol Attack नेटवर्क प्रोटोकॉल की खामियों का फायदा उठाकर सर्वर को क्रैश करता है।
Application Layer Attack वेबसाइट के एप्लिकेशन लेयर को टारगेट करके उसके संसाधनों को खत्म करता है।

DoS और DDoS हमले के बीच अंतर

विशेषता DoS Attack DDoS Attack
हमले का स्रोत एकल (Single Source) अनेक (Multiple Sources)
हमले की शक्ति सीमित अत्यधिक शक्तिशाली
पहचान और रोकथाम आसान मुश्किल
बॉटनेट का उपयोग नहीं हाँ

DoS और DDoS हमलों से बचने के उपाय

  • नेटवर्क मॉनिटरिंग: संदिग्ध ट्रैफिक पैटर्न का पता लगाने के लिए IDS/IPS का उपयोग करें।
  • वेब एप्लिकेशन फ़ायरवॉल (WAF) लागू करें: अवांछित अनुरोधों को फ़िल्टर करने के लिए।
  • रेट लिमिटिंग: सर्वर पर आने वाले अनुरोधों की सीमा निर्धारित करें।
  • कैप्चा सुरक्षा: बॉट ट्रैफिक को रोकने के लिए लॉगिन पेज और फॉर्म पर कैप्चा लागू करें।
  • लॉड बैलेंसिंग: ट्रैफिक को कई सर्वरों में विभाजित करें ताकि कोई एक सर्वर ओवरलोड न हो।
  • Cloud-Based DDoS Protection: Cloudflare, Akamai, और AWS Shield जैसी सेवाओं का उपयोग करें।

लोकप्रिय DDoS सुरक्षा उपकरण

टूल विवरण
Cloudflare DDoS प्रोटेक्शन और वेब एप्लिकेशन फ़ायरवॉल।
Akamai Kona Site Defender एंटरप्राइज़-स्तरीय DDoS सुरक्षा समाधान।
Imperva Incapsula ऑटोमेटेड DDoS सुरक्षा और वेब सुरक्षा।
Arbor Networks नेटवर्क-आधारित सुरक्षा समाधान।

निष्कर्ष

DoS और DDoS हमले साइबर सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं। ये हमले किसी भी संगठन की सर्वर उपलब्धता को प्रभावित कर सकते हैं और आर्थिक नुकसान का कारण बन सकते हैं। इसलिए, उचित सुरक्षा उपायों को अपनाना और उन्नत DDoS सुरक्षा समाधानों का उपयोग करना आवश्यक है।

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