Representation Schemes in Image Processing in Hindi - Notes for BTech CSE


Representation Schemes in Image Processing क्या हैं?

Representation Schemes Image Processing में उपयोग की जाने वाली विभिन्न विधियाँ (Methods) हैं, जो इमेज को उपयुक्त प्रारूप में प्रस्तुत करती हैं ताकि कंप्यूटर द्वारा उसे समझा और प्रोसेस किया जा सके। Representation Schemes का उपयोग इमेज की संरचना, रंग, और अन्य विशेषताओं को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है।

Representation Schemes के प्रकार

Representation Schemes को निम्नलिखित मुख्य प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है:

1. Boundary Representation (आउटर बॉर्डर रिप्रजेंटेशन)

इस Representation Scheme में इमेज के बाहरी किनारों (Boundaries) को प्रस्तुत किया जाता है। यह आकृतियों की सीमा और आकृति को समझने के लिए उपयोगी है।

  • आकृति की पहचान और मिलान के लिए उपयोग।
  • कंटूर डिटेक्शन में सहायक।

2. Region-Based Representation

इस Representation में इमेज को क्षेत्र (Region) के रूप में दर्शाया जाता है। यह इमेज के भीतर एकसमान क्षेत्रों की पहचान करता है।

  • इमेज सेगमेंटेशन में उपयोग।
  • Region Growing और Shrinking तकनीकों में सहायक।

3. Chain Code Representation

Chain Code Representation का उपयोग इमेज के किनारों को डिजिटल फॉर्म में प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है। इसमें एक पिक्सल से दूसरे पिक्सल की दिशा को कोड के रूप में दिखाया जाता है।

  • आकृतियों की सीमा को डिजिटल रूप में स्टोर करने के लिए।
  • कंटूर रिप्रजेंटेशन में उपयोग।

4. Graph-Based Representation

इस Representation Scheme में इमेज को ग्राफ के रूप में दर्शाया जाता है। प्रत्येक पिक्सल या क्षेत्र को ग्राफ के नोड्स और उनके कनेक्शन को एजेस (Edges) के रूप में प्रस्तुत किया जाता है।

  • ऑब्जेक्ट रिलेशनशिप को समझने में सहायक।
  • Complex Scene Analysis में उपयोग।

5. Run-Length Encoding

यह एक कम्प्रेशन तकनीक है, जो इमेज के पिक्सल वैल्यू को संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत करती है। इसमें समान पिक्सल वैल्यू को उनकी संख्या के साथ प्रस्तुत किया जाता है।

  • इमेज कम्प्रेशन के लिए उपयोग।
  • ब्लैक एंड व्हाइट इमेज में विशेष रूप से सहायक।

Representation Schemes का उपयोग

Representation Schemes का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है:

  • मेडिकल इमेजिंग: रोग निदान के लिए इमेज को विश्लेषित करने में।
  • डिजिटल डॉक्यूमेंट प्रोसेसिंग: टेक्स्ट और ग्राफिक्स की पहचान के लिए।
  • सुरक्षा और निगरानी: ऑब्जेक्ट्स की पहचान और ट्रैकिंग में।
  • फेस सेगमेंटेशन और पैटर्न रिकग्निशन: चेहरों और पैटर्न की पहचान में।

निष्कर्ष

Representation Schemes Image Processing का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इनकी मदद से इमेज को विभिन्न प्रारूपों में प्रस्तुत करके उसे बेहतर ढंग से प्रोसेस किया जा सकता है। सही Representation Scheme का चयन इमेज एनालिसिस की सटीकता को बढ़ाता है।

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