Connected Component Labeling Algorithm in Image Processing in Hindi - Notes for BTech CSE


Connected Component Labeling Algorithm क्या है?

Connected Component Labeling (CCL) Image Processing की एक तकनीक है, जिसका उपयोग बाइनरी इमेज में कनेक्टेड पिक्सल्स को पहचानने और उन्हें अलग-अलग लेबल (Labels) देने के लिए किया जाता है। यह तकनीक इमेज में जुड़े हुए ऑब्जेक्ट्स की पहचान करने और उन्हें अलग-अलग समूहों में विभाजित करने में सहायक होती है।

Connected Component Labeling Algorithm का कार्य सिद्धांत

यह एल्गोरिदम इमेज के प्रत्येक पिक्सल की जांच करता है और उन पिक्सल्स को एक ही लेबल देता है, जो आपस में जुड़े हुए होते हैं। जुड़ाव की जांच 4-Connectivity या 8-Connectivity के आधार पर की जाती है:

  • 4-Connectivity: पिक्सल केवल ऊपरी, निचले, बाएँ और दाएँ पिक्सल से जुड़ा होता है।
  • 8-Connectivity: पिक्सल अपने सभी पड़ोसी (ऊपरी, निचले, बाएँ, दाएँ, और चार कोने वाले पिक्सल) से जुड़ा होता है।

Connected Component Labeling Algorithm की प्रक्रिया

इस एल्गोरिदम को निम्नलिखित चरणों में विभाजित किया जा सकता है:

  1. Step 1: इमेज को स्कैन करना और प्रत्येक पिक्सल की जांच करना।
  2. Step 2: यदि पिक्सल Foreground (सफेद पिक्सल) का हिस्सा है और अभी तक लेबल नहीं किया गया है, तो एक नया लेबल असाइन करें।
  3. Step 3: उसी लेबल को सभी जुड़े हुए पिक्सल्स पर लागू करें।
  4. Step 4: प्रक्रिया तब तक जारी रखें जब तक कि सभी पिक्सल्स की जांच न हो जाए।

Connected Component Labeling Algorithm का उपयोग

इस एल्गोरिदम का उपयोग कई क्षेत्रों में किया जाता है:

  • मेडिकल इमेजिंग: ट्यूमर और अन्य संरचनाओं की पहचान में।
  • डिजिटल डॉक्यूमेंट प्रोसेसिंग: टेक्स्ट की लाइनों और अक्षरों की पहचान में।
  • सुरक्षा और निगरानी: वस्तुओं की पहचान और ट्रैकिंग में।
  • औद्योगिक निरीक्षण: दोष की पहचान और उत्पादों की गुणवत्ता जांच में।

Connected Component Labeling Algorithm का उदाहरण

मान लीजिए कि हमारे पास एक बाइनरी इमेज है, जिसमें कई काले और सफेद पिक्सल्स हैं। इस एल्गोरिदम का उपयोग करके सभी जुड़े हुए सफेद पिक्सल्स को एक लेबल दिया जाएगा, जिससे इमेज में मौजूद प्रत्येक अलग ऑब्जेक्ट को पहचानना आसान हो जाएगा।

निष्कर्ष

Connected Component Labeling Algorithm Image Processing की एक महत्वपूर्ण तकनीक है। इसकी मदद से इमेज में जुड़े हुए ऑब्जेक्ट्स की सटीक पहचान और वर्गीकरण किया जा सकता है। सही कनेक्टिविटी (4-Connectivity या 8-Connectivity) का चयन एल्गोरिदम की सटीकता और कार्यक्षमता को बढ़ाता है।

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