Image Representation in Image Processing in Hindi - Notes for BTech CSE


Image Representation क्या है?

Image Representation का अर्थ है किसी इमेज को एक उपयुक्त रूप में प्रस्तुत करना ताकि कंप्यूटर उसे प्रोसेस कर सके। Image Processing में इमेज को विभिन्न प्रारूपों में प्रस्तुत किया जाता है ताकि उसके पिक्सल्स, कलर, और स्ट्रक्चर को समझा और प्रोसेस किया जा सके।

Image Representation के प्रकार

Image Representation को विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, जो इमेज के प्रकार और उसकी आवश्यकता पर निर्भर करता है।

1. Spatial Representation

Spatial Representation में इमेज को पिक्सल्स की 2D मैट्रिक्स के रूप में दिखाया जाता है। प्रत्येक पिक्सल एक निश्चित ग्रे-लेवल या कलर वैल्यू को दर्शाता है।

  • Binary Image: इसमें केवल दो वैल्यू होती हैं - 0 (ब्लैक) और 1 (व्हाइट)।
  • Grayscale Image: पिक्सल वैल्यू 0 से 255 के बीच होती है।
  • Color Image: पिक्सल्स RGB (Red, Green, Blue) वैल्यू के रूप में होते हैं।

2. Frequency Domain Representation

इसमें इमेज को Fourier Transform के जरिए Frequency Components में विभाजित किया जाता है। Frequency Domain Representation Image Filtering और Compression में उपयोगी है।

3. Vector Representation

Vector Representation में इमेज को पिक्सल्स की बजाय किनारों और आकृतियों के रूप में दिखाया जाता है। इसका उपयोग विशेष रूप से Computer Vision में किया जाता है।

Image Representation के उपयोग

Image Representation का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है:

  • मेडिकल इमेजिंग: MRI, CT स्कैन इमेज को समझने और प्रोसेस करने के लिए।
  • सेल्फ-ड्राइविंग कार्स: कैमरा इमेज को प्रोसेस करने के लिए।
  • फोटोग्राफी: इमेज को बेहतर क्वालिटी में स्टोर और प्रोसेस करने के लिए।
  • सुरक्षा और निगरानी: वीडियो फुटेज को प्रोसेस करने के लिए।

Image Representation का महत्व

Image Representation Image Processing और Computer Vision का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके बिना इमेज को समझना और प्रोसेस करना संभव नहीं है। विभिन्न अनुप्रयोगों में सही इमेज रिप्रजेंटेशन तकनीक का चयन आवश्यक होता है।

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