NAND and NOR Gate Implementation: A Guide to Digital Circuit Design


NAND-NOR Implementation

digital electronics की दुनिया में, NAND और NOR गेट्स को "यूनिवर्सल गेट्स" कहा जाता है। इसका कारण यह है कि इन गेट्स का उपयोग करके किसी भी लॉजिकल सर्किट को डिज़ाइन किया जा सकता है। इस ब्लॉग में, हम NAND और NOR गेट्स की महत्त्वपूर्ण बातें और उनके उपयोग से विभिन्न लॉजिकल गेट्स की इम्प्लीमेंटेशन को समझेंगे।


NAND गेट

NAND गेट का पूरा नाम है NOT AND। यह गेट पहले AND ऑपरेशन करता है और उसके बाद आउटपुट को इन्वर्ट करता है। इसका ट्रुथ टेबल कुछ इस प्रकार है:

A             B            A AND B               NAND Output      
0 0 0 1
0 1 0 1
1 0 0 1
1 1 1 0

 

 


NOR गेट

NOR गेट का पूरा नाम है NOT OR। यह गेट पहले OR ऑपरेशन करता है और उसके बाद आउटपुट को इन्वर्ट करता है। इसका ट्रुथ टेबल निम्नलिखित है:

A       B       A OR B      NOR Output     
0 0 0 1
0 1 1 0
1 0 1 0
1 1 1 0

 

NAND गेट का उपयोग

NAND गेट का उपयोग करके अन्य लॉजिकल गेट्स को कैसे बनाया जा सकता है, इसे समझते हैं:

  1. NOT गेट:

    • सर्किट: यदि NAND गेट के दोनों इनपुट्स समान हों, तो यह NOT गेट की तरह काम करता है।

    • उदाहरण:

      • A = 0, Output = 1

      • A = 1, Output = 0

  2. AND गेट:

    • सर्किट: दो NAND गेट्स का उपयोग करके AND गेट बनाया जा सकता है।

  3. OR गेट:

    • सर्किट: तीन NAND गेट्स का उपयोग करके OR गेट बनाया जा सकता है।


NOR गेट का उपयोग

इसी प्रकार, NOR गेट का उपयोग करके अन्य गेट्स बनाए जा सकते हैं:

  1. NOT गेट:

    • सर्किट: यदि NOR गेट के दोनों इनपुट्स समान हों, तो यह NOT गेट की तरह काम करता है।

  2. OR गेट:

    • सर्किट: दो NOR गेट्स का उपयोग करके OR गेट बनाया जा सकता है।

  3. AND गेट:

    • सर्किट: तीन NOR गेट्स का उपयोग करके AND गेट बनाया जा सकता है।

यदि आप लॉजिक गेट को विस्तार से पढ़ना चाहते हैं, तो कृपया यहां क्लिक करें - Logic Gates in Hindi

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