Moderators in Nuclear Reactor क्या है? | Nuclear Reactor Moderators in Hindi


Moderators in Nuclear Reactor क्या है? | Nuclear Reactor Moderators in Hindi

न्यूक्लियर रिएक्टर में Moderator एक ऐसा पदार्थ होता है, जिसका काम फास्ट न्यूट्रॉन्स की स्पीड को कम करके उन्हें थर्मल न्यूट्रॉन्स में बदलना होता है, ताकि वे आसानी से Fission Reaction कर सकें। इस ब्लॉग में हम समझेंगे कि न्यूक्लियर रिएक्टर में मॉडरेटर क्या होते हैं, उनका महत्व, प्रकार और उदाहरण।

न्यूक्लियर रिएक्टर में मॉडरेटर का कार्य

जब न्यूक्लियर फ्यूल जैसे Uranium-235 या Plutonium-239 में फिशन होता है, तो फास्ट न्यूट्रॉन्स निकलते हैं। ये न्यूट्रॉन्स बहुत अधिक स्पीड से चलते हैं, और यदि इन्हें धीमा न किया जाए, तो वे अगले फिशन प्रोसेस में प्रभावी नहीं हो पाते।

मॉडरेटर का मुख्य कार्य इन फास्ट न्यूट्रॉन्स की काइनेटिक एनर्जी को कम करके उन्हें थर्मल न्यूट्रॉन्स में बदलना है, जिससे न्यूक्लियर चेन रिएक्शन आसानी से जारी रह सके।

मॉडरेटर की विशेषताएँ

  • न्यूट्रॉन्स की स्पीड को प्रभावी ढंग से कम करना।
  • थर्मल न्यूट्रॉन्स की संख्या को बढ़ाना।
  • कम न्यूट्रॉन एब्जॉर्प्शन क्रॉस सेक्शन होना।
  • फिशन चेन रिएक्शन की स्थिरता बनाए रखना।
  • रिएक्टर की एफिशिएंसी बढ़ाना।

मॉडरेटर के प्रकार

न्यूक्लियर रिएक्टरों में मुख्यतः तीन प्रकार के मॉडरेटर उपयोग किए जाते हैं:

1. पानी (Light Water - H2O)

लाइट वाटर सबसे सामान्य रूप से उपयोग होने वाला मॉडरेटर है। इसे Pressurized Water Reactors (PWR) और Boiling Water Reactors (BWR) में इस्तेमाल किया जाता है।

  • फायदे: आसानी से उपलब्ध, सस्ता, बेहतर कूलिंग।
  • नुकसान: हाई न्यूट्रॉन एब्जॉर्प्शन क्रॉस सेक्शन।

2. भारी पानी (Heavy Water - D2O)

हेवी वाटर में ड्यूटेरियम होता है, जो न्यूट्रॉन्स की स्पीड को प्रभावी रूप से कम करता है। इसे Pressurized Heavy Water Reactors (PHWR) में इस्तेमाल किया जाता है।

  • फायदे: कम न्यूट्रॉन एब्जॉर्प्शन, प्राकृतिक यूरेनियम के साथ भी काम करता है।
  • नुकसान: महंगा और उत्पादन जटिल।

3. ग्रेफाइट (Graphite)

ग्रेफाइट एक ठोस मॉडरेटर है, जिसे मुख्य रूप से Gas-Cooled Reactors और कुछ पुराने प्रकार के Magnox Reactors में इस्तेमाल किया जाता है।

  • फायदे: थर्मल कंडक्टिविटी अच्छी, सस्ता और आसानी से उपलब्ध।
  • नुकसान: हाई-टेम्परेचर पर डिग्रेडेशन।

भारत में उपयोग किए जाने वाले मॉडरेटर

भारत में मुख्य रूप से Heavy Water Moderators का उपयोग होता है क्योंकि भारत के पास प्राकृतिक यूरेनियम और थोरियम के बड़े भंडार हैं। हमारे देश में अधिकांश PHWR रिएक्टर्स हैं जो D2O मॉडरेटर का उपयोग करते हैं।

निष्कर्ष

न्यूक्लियर रिएक्टर में मॉडरेटर एक अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह न्यूट्रॉन्स की स्पीड को नियंत्रित करके न्यूक्लियर चेन रिएक्शन को प्रभावी बनाता है। सही मॉडरेटर के चयन से रिएक्टर की एफिशिएंसी और सुरक्षा दोनों में सुधार होता है।

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