Important Nuclear Fuels in Hindi | हिंदी में समझें


Important Nuclear Fuels in Hindi | हिंदी में समझें

न्यूक्लियर पावर प्लांट्स में Nuclear Fuels का बहुत ही महत्वपूर्ण रोल होता है क्योंकि ये वही सामग्री हैं जो न्यूक्लियर रिएक्टर में फिशन (Fission) या फ्यूजन (Fusion) रिएक्शन के जरिए ऊर्जा उत्पन्न करती हैं। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि Important Nuclear Fuels कौन-कौन से हैं, उनकी विशेषताएँ, उपयोग और भारत में कौन से ईंधन सबसे ज्यादा प्रचलित हैं।

न्यूक्लियर फ्यूल क्या है?

न्यूक्लियर फ्यूल वह सामग्री है जो न्यूक्लियर रिएक्टर में न्यूक्लियर फिशन या फ्यूजन के माध्यम से ऊर्जा पैदा करने के लिए इस्तेमाल की जाती है। जब इस सामग्री के परमाणु विखंडित होते हैं, तो बड़ी मात्रा में ऊर्जा निकलती है।

न्यूक्लियर फ्यूल्स के प्रकार

मुख्यतः न्यूक्लियर फ्यूल्स दो प्रकार के होते हैं:

  • Fissionable Fuels: ऐसे फ्यूल जो थर्मल न्यूट्रॉन्स से आसानी से फिशन कर सकते हैं। उदाहरण: U-235, Pu-239।
  • Fertile Fuels: ऐसे फ्यूल जो स्वयं फिशन नहीं करते लेकिन न्यूट्रॉन पकड़ने के बाद फिशन योग्य तत्वों में बदल जाते हैं। उदाहरण: U-238, Th-232।

मुख्य न्यूक्लियर फ्यूल्स

1. यूरेनियम-235 (U-235)

यूरेनियम-235 एक अत्यंत महत्वपूर्ण न्यूक्लियर फ्यूल है क्योंकि यह आसानी से थर्मल न्यूट्रॉन्स से फिशन करता है। यह अधिकांश लाइट वाटर रिएक्टर्स (LWR) और बॉइलिंग वाटर रिएक्टर्स (BWR) में उपयोग किया जाता है।

2. यूरेनियम-233 (U-233)

यूरेनियम-233 थोरियम-232 से प्राप्त होता है। यह थोरियम-आधारित रिएक्टरों में एक महत्वपूर्ण फ्यूल के रूप में प्रयोग किया जाता है।

3. यूरेनियम-238 (U-238)

U-238 स्वयं फिशन योग्य नहीं है, लेकिन न्यूट्रॉन कैप्चर के बाद यह Plutonium-239 में बदल जाता है जो एक बहुत अच्छा फ्यूल है।

4. प्लूटोनियम-239 (Pu-239)

Pu-239 बहुत शक्तिशाली न्यूक्लियर फ्यूल है। यह फास्ट ब्रीडर रिएक्टर्स (FBR) और मिक्स्ड ऑक्साइड फ्यूल्स (MOX) में इस्तेमाल होता है।

5. थोरियम-232 (Th-232)

भारत में थोरियम की प्रचुरता के कारण Th-232 का उपयोग काफी अधिक है। न्यूट्रॉन्स के साथ प्रतिक्रिया करने पर यह U-233 में बदल जाता है जो एक प्रभावी फ्यूल है।

भारत में न्यूक्लियर फ्यूल्स

भारत थोरियम संसाधनों में दुनिया में सबसे समृद्ध देशों में से एक है। इसलिए हमारे देश में तीन-स्टेज न्यूक्लियर प्रोग्राम विकसित किया गया है:

  • पहला चरण: प्राकृतिक यूरेनियम-235 का उपयोग
  • दूसरा चरण: प्लूटोनियम-239 का उपयोग
  • तीसरा चरण: थोरियम-232 से यूरेनियम-233 का निर्माण और उपयोग

निष्कर्ष

न्यूक्लियर फ्यूल्स आधुनिक ऊर्जा उत्पादन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। भारत में थोरियम की उपलब्धता और यूरेनियम के सीमित भंडार को देखते हुए, देश में थोरियम आधारित रिएक्टरों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। भविष्य में न्यूक्लियर फ्यूल्स ऊर्जा की बढ़ती मांग को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएंगे।

Related Post