Mapping Scheme in Computer Architecture in Hindi - मैपिंग स्कीम क्या है और इसके प्रकार


मैपिंग स्कीम क्या है?

मैपिंग स्कीम (Mapping Scheme) कंप्यूटर आर्किटेक्चर में उपयोग की जाने वाली एक तकनीक है, जिसका उद्देश्य कैश मेमोरी और मुख्य मेमोरी (RAM) के बीच डेटा को संग्रहीत और पुनः प्राप्त करना है। यह सुनिश्चित करता है कि CPU को आवश्यक डेटा सही समय पर मिले और सिस्टम की गति और दक्षता बढ़े।

मैपिंग स्कीम के प्रकार

कैश मेमोरी और मुख्य मेमोरी के बीच डेटा को संग्रहीत करने के लिए तीन प्रमुख मैपिंग स्कीम का उपयोग किया जाता है:

  • Direct Mapping (डायरेक्ट मैपिंग)
  • Fully Associative Mapping (फुली असोसिएटिव मैपिंग)
  • Set-Associative Mapping (सेट-असोसिएटिव मैपिंग)

1. Direct Mapping (डायरेक्ट मैपिंग)

डायरेक्ट मैपिंग सबसे सरल मैपिंग तकनीक है, जिसमें प्रत्येक मुख्य मेमोरी ब्लॉक को कैश के एक विशिष्ट स्थान पर संग्रहीत किया जाता है।

विशेषताएँ:

  • कैश का विभाजन कैश लाइनों में किया जाता है।
  • प्रत्येक मुख्य मेमोरी ब्लॉक एक निर्धारित कैश लाइन में ही स्टोर किया जाता है।
  • यदि नया डेटा उसी स्थान पर आ जाए, तो पुराना डेटा हटा दिया जाता है।

डायरेक्ट मैपिंग फॉर्मूला:

Cache Line Number = (Main Memory Block Number) MOD (Number of Cache Lines)

उदाहरण:

यदि मुख्य मेमोरी में 32 ब्लॉक्स हैं और कैश में 8 लाइनें हैं, तो प्रत्येक ब्लॉक को कैश की एक विशेष लाइन से जोड़ा जाएगा:

मेमोरी ब्लॉक कैश लाइन
00
11
80
91

2. Fully Associative Mapping (फुली असोसिएटिव मैपिंग)

फुली असोसिएटिव मैपिंग में कोई भी मेमोरी ब्लॉक कैश की किसी भी लाइन में स्टोर किया जा सकता है।

विशेषताएँ:

  • कोई निश्चित स्थान आवंटित नहीं किया जाता है, जिससे अधिक फ्लेक्सिबिलिटी मिलती है।
  • कैश हिट (Cache Hit) की संभावना अधिक होती है।
  • यह अधिक महंगा और जटिल होता है क्योंकि प्रत्येक कैश लाइन को खोजने के लिए एक विशेष हार्डवेयर (CAM - Content Addressable Memory) की आवश्यकता होती है।

उदाहरण:

अगर 8 कैश लाइनें हैं, तो कोई भी मेमोरी ब्लॉक इनमें से किसी भी लाइन में संग्रहीत हो सकता है, जिससे अधिक डेटा को संग्रहित करने में सुविधा मिलती है।

3. Set-Associative Mapping (सेट-असोसिएटिव मैपिंग)

सेट-असोसिएटिव मैपिंग, डायरेक्ट और फुली असोसिएटिव मैपिंग का एक मिश्रण है। इसमें कैश को छोटे-छोटे सेट्स में विभाजित किया जाता है, और प्रत्येक मेमोरी ब्लॉक को किसी विशेष सेट में स्टोर किया जाता है।

विशेषताएँ:

  • कैश को n-way Set-Associative Cache में विभाजित किया जाता है।
  • प्रत्येक सेट में एक से अधिक ब्लॉक स्टोर किए जा सकते हैं।
  • यह डायरेक्ट मैपिंग से अधिक कुशल और फुली असोसिएटिव मैपिंग से कम खर्चीला होता है।

सेट-असोसिएटिव मैपिंग फॉर्मूला:

Set Number = (Main Memory Block Number) MOD (Number of Sets in Cache)

उदाहरण:

यदि 8 कैश लाइनें हैं और इसे 2-वे सेट असोसिएटिव कैश में विभाजित किया जाता है, तो प्रत्येक सेट में 2 लाइनें होती हैं। इस प्रकार, एक ही सेट में दो अलग-अलग ब्लॉक स्टोर किए जा सकते हैं।

तीनों मैपिंग स्कीम की तुलना

विशेषता Direct Mapping Fully Associative Set-Associative
लचीलापन कम अत्यधिक मध्यम
कैश हिट रेट कम उच्च मध्यम
खर्च कम अधिक मध्यम
परफॉर्मेंस धीमा सबसे तेज संतुलित

निष्कर्ष

कैश मेमोरी में डेटा को संग्रहीत करने के लिए तीन प्रमुख मैपिंग स्कीम - Direct Mapping, Fully Associative Mapping, और Set-Associative Mapping - का उपयोग किया जाता है। Direct Mapping सरल लेकिन सीमित है, Fully Associative सबसे तेज़ लेकिन महंगा है, और Set-Associative दोनों का संतुलन प्रदान करता है। कंप्यूटर आर्किटेक्चर में सही मैपिंग स्कीम का चुनाव सिस्टम की गति और दक्षता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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