एड्रेसिंग मोड क्या है? | Addressing Modes in Hindi


एड्रेसिंग मोड (Addressing Modes) क्या है?

एड्रेसिंग मोड (Addressing Modes) एक तकनीक है जिसका उपयोग CPU द्वारा मेमोरी से डेटा को एक्सेस करने के लिए किया जाता है। यह CPU को यह बताने का तरीका है कि किसी ऑपरेशंड (Operand) का एड्रेस कैसे प्राप्त किया जाए।

एड्रेसिंग मोड की परिभाषा

एड्रेसिंग मोड वह तरीका होता है जिससे CPU किसी ऑपरेशंड (डेटा या निर्देश) का पता लगाता है और उसे प्रोसेस करता है।

एड्रेसिंग मोड के प्रकार

एड्रेसिंग मोड विवरण
इमीडिएट एड्रेसिंग मोड (Immediate Addressing Mode) इसमें ऑपरेशंड को सीधे इंस्ट्रक्शन में दिया जाता है।
डायरेक्ट एड्रेसिंग मोड (Direct Addressing Mode) इसमें ऑपरेशंड का एड्रेस सीधे इंस्ट्रक्शन में दिया जाता है।
इंडायरेक्ट एड्रेसिंग मोड (Indirect Addressing Mode) इसमें एड्रेस इंस्ट्रक्शन में न होकर, किसी और मेमोरी लोकेशन में संग्रहीत होता है।
रजिस्टर एड्रेसिंग मोड (Register Addressing Mode) इसमें ऑपरेशंड किसी रजिस्टर में स्टोर होता है, न कि मेमोरी में।
रजिस्टर इंडायरेक्ट एड्रेसिंग मोड (Register Indirect Addressing Mode) इसमें रजिस्टर के अंदर संग्रहीत एड्रेस का उपयोग करके ऑपरेशंड को एक्सेस किया जाता है।
इंडेक्स एड्रेसिंग मोड (Index Addressing Mode) इसमें ऑपरेशंड का एड्रेस बेस एड्रेस और एक इंडेक्स रजिस्टर की मदद से प्राप्त किया जाता है।
रिलेटिव एड्रेसिंग मोड (Relative Addressing Mode) इसमें प्रोग्राम काउंटर (PC) के आधार पर ऑपरेशंड का एड्रेस निर्धारित किया जाता है।

एड्रेसिंग मोड का महत्व

  • CPU को निर्देशों को अधिक कुशलता से निष्पादित करने में मदद करता है।
  • मेमोरी उपयोग को अनुकूलित करता है।
  • कोडिंग को अधिक लचीला और कॉम्पैक्ट बनाता है।

निष्कर्ष

एड्रेसिंग मोड CPU को यह निर्धारित करने में मदद करता है कि ऑपरेशंड को कैसे एक्सेस किया जाए। यह कंप्यूटर की दक्षता और मेमोरी उपयोग को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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