इंस्ट्रक्शन फॉरमेट क्या है? | Instruction Format in Hindi


इंस्ट्रक्शन फॉरमेट (Instruction Format) क्या है?

इंस्ट्रक्शन फॉरमेट (Instruction Format) एक बाइनरी संरचना होती है, जो कंप्यूटर के CPU को यह निर्देश देती है कि कौन सा कार्य करना है। यह फॉर्मेट विभिन्न ऑपरेशन को निष्पादित करने के लिए ऑपकोड (Opcode) और ऑपरेन्ड (Operand) को परिभाषित करता है।

इंस्ट्रक्शन फॉरमेट की परिभाषा

इंस्ट्रक्शन फॉरमेट वह संरचना होती है जिसमें ऑपकोड और ऑपरेन्ड के बिट्स को एक विशेष तरीके से व्यवस्थित किया जाता है, जिससे कंप्यूटर CPU दिए गए निर्देशों को सही तरीके से निष्पादित कर सके।

इंस्ट्रक्शन फॉरमेट के घटक (Components of Instruction Format)

घटक कार्य
ऑपकोड (Opcode) इसमें ऑपरेशन कोड होता है, जो यह निर्दिष्ट करता है कि कौन सा कार्य किया जाना है (जैसे ADD, SUB, MOV)।
ऑपरेन्ड (Operand) यह CPU को यह बताता है कि ऑपरेशन किस डेटा या रजिस्टर पर किया जाना है।
एड्रेसिंग मोड (Addressing Mode) यह CPU को यह निर्देश देता है कि ऑपरेन्ड को कैसे एक्सेस किया जाए (जैसे Immediate, Register, Direct, Indirect)।
फ्लैग बिट्स (Flag Bits) ये CPU के विभिन्न स्टेटस को दिखाते हैं, जैसे Zero Flag, Carry Flag आदि।

इंस्ट्रक्शन फॉरमेट के प्रकार (Types of Instruction Format)

1. जीरो-एड्रेस इंस्ट्रक्शन फॉरमेट (Zero-Address Instruction Format)

इस प्रकार के इंस्ट्रक्शन में कोई ऑपरेन्ड नहीं होता है, बल्कि स्टैक पर डेटा स्टोर किया जाता है।

उदाहरण: PUSH A, POP B

2. वन-एड्रेस इंस्ट्रक्शन फॉरमेट (One-Address Instruction Format)

इसमें एक ऑपरेन्ड होता है और दूसरा ऑटोमैटिकली एक्युमुलेटर (Accumulator) में माना जाता है।

उदाहरण: ADD A (A को एक्युमुलेटर के साथ जोड़ा जाता है)

3. टू-एड्रेस इंस्ट्रक्शन फॉरमेट (Two-Address Instruction Format)

इसमें दो ऑपरेन्ड होते हैं, जहां एक स्रोत (Source) और दूसरा गंतव्य (Destination) होता है।

उदाहरण: MOV A, B (B की वैल्यू A में मूव होगी)

4. थ्री-एड्रेस इंस्ट्रक्शन फॉरमेट (Three-Address Instruction Format)

इसमें तीन ऑपरेन्ड होते हैं, जिससे जटिल गणनाएँ संभव होती हैं।

उदाहरण: ADD A, B, C (A = B + C)

5. वेरिएबल-लेंथ इंस्ट्रक्शन फॉरमेट (Variable-Length Instruction Format)

इसमें इंस्ट्रक्शन की लंबाई स्थिर नहीं होती, बल्कि यह आवश्यकतानुसार बदलती रहती है।

इंस्ट्रक्शन फॉरमेट का महत्व

  • CPU के संचालन को नियंत्रित करता है।
  • मेमोरी और प्रोसेसिंग की दक्षता को बढ़ाता है।
  • विभिन्न प्रकार के ऑपरेशन को निष्पादित करने में सहायक होता है।

इंस्ट्रक्शन फॉरमेट और मशीन भाषा में अंतर

विशेषता इंस्ट्रक्शन फॉरमेट मशीन भाषा
परिभाषा बाइनरी संरचना जो CPU को निर्देशित करती है। बाइनरी कोड जो कंप्यूटर हार्डवेयर समझता है।
डेटा स्ट्रक्चर ऑपकोड और ऑपरेन्ड को परिभाषित करता है। बाइनरी बिट्स का क्रम।
उदाहरण ADD A, B 1010 1101 0001

निष्कर्ष

इंस्ट्रक्शन फॉरमेट कंप्यूटर आर्किटेक्चर का एक महत्वपूर्ण घटक है, जो CPU को निर्देश देता है कि कौन-सा ऑपरेशन निष्पादित करना है और कैसे करना है। यह विभिन्न प्रकार के एड्रेसिंग मोड और ऑपकोड संरचना पर आधारित होता है, जो कंप्यूटर की दक्षता और कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।

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