Electrochemical Deburring और Honing कैसे होते हैं? | हिंदी में जानें


Electrochemical Deburring और Honing कैसे होते हैं? | हिंदी में जानें

Electrochemical Deburring (ECD) और Electrochemical Honing (ECH) आधुनिक मटेरियल रिमूवल तकनीकें हैं, जो उच्च प्रिसिशन, बेहतर फिनिशिंग और ऑटोमेशन-फ्रेंडली मैकेनिकल प्रोसेसेस में व्यापक रूप से उपयोग की जाती हैं। इनका उपयोग उन जगहों पर किया जाता है जहां परंपरागत डिबरिंग और होनिंग विधियां प्रभावी नहीं होतीं।

Electrochemical Deburring (ECD) क्या है?

Electrochemical Deburring एक विशेष तकनीक है, जिसमें वर्कपीस की अतिरिक्त मेटल बर्स को हटाने के लिए इलेक्ट्रोलाइट और करंट का उपयोग किया जाता है। यह प्रोसेस इलेक्ट्रोकेमिकल मशीिनिंग (ECM) के सिद्धांत पर आधारित है।

ECD का वर्किंग प्रिंसिपल:

ECD में वर्कपीस को एनोड और टूल को कैथोड बनाया जाता है। जब इलेक्ट्रोलाइट फ्लो होता है और करंट पास किया जाता है, तो एनोडिक रिएक्शन से बर्स घुल जाते हैं और स्मूथ सरफेस प्राप्त होता है।

ECD की विशेषताएं:

  • जटिल ज्योमेट्री वाली बर्स को आसानी से हटाना
  • मिनिमल हीट जनरेशन
  • हाई-प्रिसिशन सरफेस फिनिश
  • ऑटोमेटेड प्रोडक्शन में उपयुक्त

Electrochemical Honing (ECH) क्या है?

Electrochemical Honing, ECM और पारंपरिक होनिंग की हाइब्रिड प्रोसेस है। इसमें मेटल रिमूवल के लिए इलेक्ट्रोकेमिकल एक्शन और सरफेस स्मूदिंग के लिए होनिंग स्टोन का उपयोग किया जाता है।

ECH का वर्किंग प्रिंसिपल:

ECH में टूल और वर्कपीस के बीच इलेक्ट्रोलाइट फ्लो कराया जाता है। करंट पास करने पर ECM एक्शन से मटेरियल रिमूव होता है, जबकि होनिंग स्टोन माइक्रो-लेवल पर सरफेस फिनिशिंग करता है।

ECH के फायदे:

  • बेहतर सरफेस फिनिश
  • कम मटेरियल डिफेक्ट्स
  • कठोर और टफ मटेरियल्स पर भी प्रभावी
  • हाई प्रोडक्शन एफिशियंसी

ECD और ECH के उपयोग:

इन तकनीकों का उपयोग मुख्यतः ऑटोमोबाइल, एयरोस्पेस, मेडिकल डिवाइसेस, हाइड्रोलिक सिस्टम और प्रिसिशन कंपोनेंट्स के निर्माण में किया जाता है।

निष्कर्ष

Electrochemical Deburring और Honing उन्नत मटेरियल रिमूवल तकनीकें हैं जो प्रोडक्शन की क्वालिटी और एफिशियंसी को काफी बढ़ाती हैं। जहां हाई-प्रिसिशन और स्मूथ सरफेस की आवश्यकता होती है, वहां ये तकनीकें बहुत प्रभावी साबित होती हैं।

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