Introduction to Convolutional Neural Networks (CNN) and Its Architectures | कॉन्वोल्यूशनल न्यूरल नेटवर्क (CNN) का परिचय और आर्किटेक्चर


कॉन्वोल्यूशनल न्यूरल नेटवर्क (CNN) का परिचय और आर्किटेक्चर

कॉन्वोल्यूशनल न्यूरल नेटवर्क (Convolutional Neural Network - CNN) डीप लर्निंग की सबसे शक्तिशाली और लोकप्रिय संरचनाओं में से एक है। यह विशेष रूप से इमेज रिकग्निशन (Image Recognition), ऑब्जेक्ट डिटेक्शन (Object Detection), और कंप्यूटर विजन (Computer Vision) जैसे कार्यों में उपयोग की जाती है। CNN जैविक दृष्टि प्रणाली (biological visual cortex) से प्रेरित है — यह छोटे-छोटे पैटर्न्स या फीचर्स को पहचानने की क्षमता रखता है।

📘 CNN क्या है?

Convolutional Neural Network एक feedforward neural network है जिसमें “convolution” नामक एक विशेष प्रकार की गणितीय प्रक्रिया होती है। यह इनपुट डेटा (जैसे इमेज) से स्वचालित रूप से महत्वपूर्ण फीचर्स निकालती है — जैसे edges, textures, shapes आदि।

🧠 CNN की मूल संरचना:

  1. Input Layer: मूल इमेज डेटा (जैसे 28x28 पिक्सेल)।
  2. Convolutional Layer: इमेज से फीचर्स निकालने के लिए filters लागू करता है।
  3. Activation Layer (ReLU): गैर-रेखीयता (non-linearity) जोड़ता है।
  4. Pooling Layer: फीचर्स को संक्षिप्त और इनवेरिएंट बनाता है।
  5. Fully Connected Layer: निकाले गए फीचर्स से अंतिम भविष्यवाणी करता है।
  6. Output Layer: वर्गीकरण (classification) का परिणाम देती है।

🧮 CNN में Convolution क्या है?

Convolution एक गणितीय ऑपरेशन है जो इनपुट इमेज और एक छोटे kernel/filter के बीच किया जाता है। यह ऑपरेशन इमेज से edges, corners, और अन्य local features निकालने में मदद करता है।

Feature Map = Input ⊗ Kernel + Bias

यहाँ “⊗” का अर्थ है convolution ऑपरेशन।

⚙️ CNN की प्रमुख परतें (Architectural Layers):

  • Convolutional Layer: इमेज से स्थानीय फीचर्स निकालती है।
  • Activation Layer (ReLU): केवल positive values रखती है और negative values को शून्य करती है।
  • Pooling Layer: इमेज को छोटा बनाती है (dimensionality reduction)।
  • Fully Connected Layer: फीचर्स को वर्गीकरण के लिए उपयोग करती है।

📈 CNN का कार्यप्रवाह (Working Process):

  1. इमेज को इनपुट के रूप में दिया जाता है।
  2. कई convolutional और pooling लेयर के माध्यम से फीचर्स निकाले जाते हैं।
  3. निकले हुए फीचर्स को flatten किया जाता है।
  4. फ्लैट वेक्टर को fully connected लेयर में भेजा जाता है।
  5. Softmax function द्वारा आउटपुट क्लास प्राप्त की जाती है।

📊 CNN आर्किटेक्चर के उदाहरण:

  • LeNet-5 (1998): हस्तलिखित अंकों की पहचान के लिए पहला CNN मॉडल।
  • AlexNet (2012): ImageNet प्रतियोगिता में ऐतिहासिक जीत।
  • VGGNet (2014): छोटे 3x3 filters के साथ गहरी संरचना।
  • GoogLeNet (2015): Inception modules का उपयोग।
  • ResNet (2016): skip connections के साथ residual learning।

🧩 CNN की विशेषताएँ:

  • स्वचालित फीचर एक्सट्रैक्शन।
  • Translation और Scale invariance।
  • कम parameters के साथ अधिक सटीकता।
  • High-dimensional डेटा पर भी कुशल।

🚀 CNN के उपयोग:

  • Face Recognition
  • Object Detection
  • Medical Imaging
  • Autonomous Vehicles
  • Satellite Image Analysis

📗 Python उदाहरण:

from tensorflow.keras.models import Sequential
from tensorflow.keras.layers import Conv2D, MaxPooling2D, Flatten, Dense

model = Sequential([
    Conv2D(32, (3,3), activation='relu', input_shape=(64,64,3)),
    MaxPooling2D(pool_size=(2,2)),
    Conv2D(64, (3,3), activation='relu'),
    MaxPooling2D(pool_size=(2,2)),
    Flatten(),
    Dense(128, activation='relu'),
    Dense(10, activation='softmax')
])
model.compile(optimizer='adam', loss='categorical_crossentropy', metrics=['accuracy'])

📙 निष्कर्ष:

CNN डीप लर्निंग का सबसे प्रभावी मॉडल है जिसने कंप्यूटर विज़न की दिशा बदल दी। यह इमेज और वीडियो से स्वचालित रूप से फीचर्स सीखने में सक्षम है। 2025 में, CNN आर्किटेक्चर ResNet, EfficientNet और Vision Transformers जैसे आधुनिक मॉडलों का आधार बन चुके हैं। यदि आप डीप लर्निंग में महारत हासिल करना चाहते हैं, तो CNN को समझना सबसे पहला कदम है।

Related Post