Gramm-Leach-Bliley अधिनियम 1999 (GLBA) क्या है? | Gramm-Leach-Bliley Act of 1999 in Hindi


Gramm-Leach-Bliley अधिनियम 1999 (GLBA) क्या है?

Gramm-Leach-Bliley Act (GLBA), जिसे Financial Services Modernization Act भी कहा जाता है, अमेरिका में 1999 में पारित एक महत्वपूर्ण कानून है। इस अधिनियम का मुख्य उद्देश्य वित्तीय संस्थानों द्वारा ग्राहकों की व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। यह कानून वित्तीय कंपनियों पर गोपनीयता नीतियों का पालन करने और उपभोक्ताओं की जानकारी को अनधिकृत उपयोग से बचाने की जिम्मेदारी डालता है।

1. Gramm-Leach-Bliley Act (GLBA) का उद्देश्य

GLBA को मुख्य रूप से तीन उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए लागू किया गया था:

  • वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना।
  • ग्राहकों की निजी जानकारी की सुरक्षा को सुनिश्चित करना।
  • वित्तीय संस्थानों को गोपनीयता नीतियों को पारदर्शी बनाने के लिए बाध्य करना।

2. GLBA की प्रमुख आवश्यकताएँ

GLBA के तहत वित्तीय संस्थानों को निम्नलिखित आवश्यकताओं का पालन करना आवश्यक है:

प्रावधान विवरण
गोपनीयता सूचना (Privacy Notice) वित्तीय कंपनियों को ग्राहकों को सूचित करना होता है कि वे उनकी व्यक्तिगत जानकारी कैसे संग्रहित और साझा कर रही हैं।
ऑप्ट-आउट विकल्प (Opt-Out Option) ग्राहकों को यह अधिकार दिया जाता है कि वे अपनी जानकारी को तीसरे पक्ष के साथ साझा करने से रोक सकते हैं।
सुरक्षा नियम (Safeguards Rule) संस्थानों को उपभोक्ता डेटा की सुरक्षा के लिए मजबूत साइबर सुरक्षा उपाय लागू करने होते हैं।
संभावित धोखाधड़ी की रोकथाम वित्तीय धोखाधड़ी और पहचान की चोरी (Identity Theft) को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय लागू करना।

3. GLBA के प्रमुख घटक

GLBA तीन मुख्य घटकों में विभाजित किया गया है:

➤ वित्तीय गोपनीयता नियम (Financial Privacy Rule)

यह नियम वित्तीय संस्थानों को ग्राहकों को यह बताने के लिए बाध्य करता है कि वे उनकी व्यक्तिगत जानकारी को कैसे संग्रहित और साझा कर रहे हैं। यह ग्राहकों को "ऑप्ट-आउट" करने की अनुमति देता है जिससे वे अपनी जानकारी को तीसरे पक्ष के साथ साझा करने से रोक सकते हैं।

➤ सुरक्षा नियम (Safeguards Rule)

यह नियम वित्तीय कंपनियों को उपभोक्ताओं की व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा के लिए एक व्यापक डेटा सुरक्षा योजना विकसित करने और लागू करने की आवश्यकता करता है।

➤ प्रीटेक्स्टिंग संरक्षण (Pretexting Protection)

यह नियम पहचान की चोरी और धोखाधड़ी से बचाव के लिए कंपनियों को सुरक्षा उपाय अपनाने के लिए बाध्य करता है।

4. GLBA के तहत वित्तीय संस्थानों की जिम्मेदारियाँ

  • ग्राहकों की गोपनीयता नीतियों को नियमित रूप से अपडेट करना।
  • संवेदनशील डेटा को सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू करना।
  • साइबर हमलों और डेटा उल्लंघनों की स्थिति में उचित प्रतिक्रिया देना।
  • कर्मचारियों को डेटा सुरक्षा और गोपनीयता के बारे में प्रशिक्षित करना।

5. GLBA का अनुपालन नहीं करने पर दंड

GLBA का पालन न करने पर वित्तीय संस्थानों पर भारी जुर्माने और कानूनी कार्रवाइयों का सामना करना पड़ सकता है। GLBA के उल्लंघन के मामलों में निम्नलिखित दंड लगाए जा सकते हैं:

  • संस्था पर प्रति उल्लंघन $100,000 तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
  • संस्थानों के अधिकारियों को 5 साल तक की जेल हो सकती है।
  • संस्थाओं को ग्राहक डेटा उल्लंघन की स्थिति में कानूनी दायित्व का सामना करना पड़ सकता है।

6. GLBA और साइबर सुरक्षा

GLBA डेटा सुरक्षा और साइबर सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कानून है। यह वित्तीय संस्थानों को ग्राहकों की गोपनीयता की सुरक्षा के लिए सुरक्षा उपाय लागू करने के लिए बाध्य करता है। GLBA के अनुपालन के लिए निम्नलिखित उपाय आवश्यक हैं:

  • डेटा एन्क्रिप्शन और सुरक्षित भंडारण।
  • सुरक्षा उल्लंघनों की निगरानी और रिपोर्टिंग।
  • सुरक्षा नीतियों को समय-समय पर अपडेट करना।

7. निष्कर्ष

Gramm-Leach-Bliley Act (GLBA) ग्राहकों की गोपनीयता और वित्तीय डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कानून है। यह वित्तीय संस्थानों को डेटा सुरक्षा मानकों का पालन करने और साइबर खतरों से बचाव के लिए सख्त उपाय अपनाने के लिए बाध्य करता है। GLBA के अनुपालन से न केवल डेटा की सुरक्षा होती है, बल्कि उपभोक्ताओं का विश्वास भी बढ़ता है।

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