DBMS में Keys क्या होती हैं? (Keys in DBMS in Hindi)


DBMS में Keys क्या होती हैं? (Keys in DBMS in Hindi)

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (DBMS) में Keys का उपयोग डेटा को विशिष्ट रूप से पहचानने और तालिकाओं (Tables) के बीच संबंध (Relationships) स्थापित करने के लिए किया जाता है। Keys डेटाबेस की अखंडता (Integrity) और स्थिरता (Consistency) बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

DBMS में Keys के प्रकार (Types of Keys in DBMS)

DBMS में विभिन्न प्रकार की Keys होती हैं, जो डेटा को प्रबंधित करने में मदद करती हैं। नीचे मुख्य प्रकार की Keys का विवरण दिया गया है:

Key विवरण
Primary Key Primary Key किसी टेबल की एक विशेष कॉलम (Attribute) होती है जो प्रत्येक रिकॉर्ड को विशिष्ट रूप से पहचानती है। इसमें डुप्लिकेट या NULL मान नहीं हो सकता।
Candidate Key Candidate Key वे सभी Attributes होते हैं जो किसी टेबल में Unique और Non-NULL होते हैं। Primary Key Candidate Keys में से चुनी जाती है।
Super Key Super Key वे सभी Attributes होते हैं जो किसी रिकॉर्ड को यूनिक रूप से पहचान सकते हैं। इसमें Primary Key और अन्य Unique Keys शामिल होते हैं।
Foreign Key Foreign Key एक कॉलम होता है जो एक टेबल की Primary Key को दूसरी टेबल में रेफर करता है, जिससे दोनों तालिकाओं के बीच संबंध स्थापित होता है।
Alternate Key Candidate Keys में से जो Primary Key के रूप में चयनित नहीं होती, वह Alternate Key कहलाती है।
Composite Key Composite Key दो या अधिक Attributes का समूह होता है, जो मिलकर एक रिकॉर्ड को विशिष्ट रूप से पहचानता है।
Unique Key Unique Key एक कॉलम या कॉलम्स का समूह होता है, जिसमें डुप्लिकेट मान नहीं हो सकते, लेकिन NULL मान हो सकता है।
Surrogate Key Surrogate Key एक Unique Identifier होता है, जो डेटाबेस सिस्टम द्वारा ऑटो-जनरेट किया जाता है, जैसे Auto Incremented ID।

DBMS में Keys का महत्व (Importance of Keys in DBMS)

  • Keys डेटा को विशिष्ट रूप से पहचानने में मदद करती हैं।
  • डेटाबेस की अखंडता (Integrity) बनाए रखती हैं।
  • डेटा को Duplicate Entries से बचाती हैं।
  • तालिकाओं के बीच संबंध (Relationships) स्थापित करने में सहायता करती हैं।
  • डेटा एक्सेस और क्वेरी प्रोसेसिंग को तेज और प्रभावी बनाती हैं।

Primary Key और Foreign Key का उपयोग (Example of Primary Key and Foreign Key)

नीचे एक उदाहरण दिया गया है जो Primary Key और Foreign Key के बीच संबंध को दर्शाता है:

CREATE TABLE Students (
   StudentID INT PRIMARY KEY,
   Name VARCHAR(50),
   Age INT
);

CREATE TABLE Marks (
   MarksID INT PRIMARY KEY,
   StudentID INT,
   Subject VARCHAR(50),
   Marks INT,
   FOREIGN KEY (StudentID) REFERENCES Students(StudentID)
);

निष्कर्ष

DBMS में Keys डेटा को विशिष्ट रूप से पहचानने, तालिकाओं के बीच संबंध स्थापित करने और डेटा अखंडता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। Primary Key, Foreign Key, Composite Key, और अन्य Keys का उचित उपयोग डेटाबेस को अधिक प्रभावी और सुरक्षित बनाता है।

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